माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर को दुनिया के कई देशों ने बैन किया हुआ है। जिसमें चीन, इरान, म्यांमार, नॉर्थ कोरिया, रूस और तुर्कमेनिस्तान शामिल हैं। इन देशों ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का जवाब देने के लिए ट्विटर को बैन किया है। लेकिन ट्विटर के डार्क वेब वर्जन के रीलीज होने के बाद अब इन देशों में भी यूजर्स ट्विटर का यूज कर सकेंगे और अपनी प्रतिक्रिया को दुनिया के सामने ला सकेंगे। आइए जानते है ट्विटर के डार्क वेब वर्जन के बारे में…
कैसे यूज कर सकेंगे ट्विटर का डार्क वेब – ट्विटर ने कहा कि रूस सहित दूसरे देशों में सेंसरशिप से बचने के लिए डार्क वेब रीलीज किया गया है जिका यूज Tor Onion Service के जरिए किया जा सकता है। दरअसल Tor Onion Service सेंसरशिप को दरकिनार करके यूजर्स को ट्विटर का एक्सेस प्रोवाइड कराता है। वहीं साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर के अनुसार सेंसरशिप वाले देशों में ट्विटर को यूज करने के लिए Tor नेटवर्क का यूज करना होगा।
साइबर सिक्योरिटी के एक्सपर्ट एलेक मफेट ने मंगलवार रात को ट्वीट करके बताया कि, यह संभवत: सबसे महत्वपूर्ण और लंबे समय से प्रतीक्षित ट्वीट है जिसे मैने लिखा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, मुझे ट्विटर की ओर से Tor Project Onion Service की जानकारी देते हुए काफी खुखी हो रही है।
कैसे काम करता है Tor नेटवर्क – टोर एक सिक्योर नेटवर्क होता है जो अलग-अलग सर्वरों के जरिए इंटरनेट कनेक्शन के जरिए काम करता है। दुनियाभर में इसे चलाने के लिए अधिकतर लोग अपनी मर्जी का इस्तेमार करते है।
अगर आसान भाषा मे समझे तो इसे हैकर भी कहा जा सकता है। ट्विटर के स्पोकपर्सन ने बताया कि, हमारी कोशिश है कि, हम ट्विटर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।
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फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा भी लॉन्च कर चुकी है Tor वर्जन – मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी फेसबुक ने 2014 में अपना खुद का Tor वर्जन लॉन्च किया था। इसके बाद ट्विटर ने भी इस तरह की सर्विस शुरू कर दी है। वहीं ट्विटर ने कहा कि, उसने अपने इस नेटवर्क के जरिए डेटा की गोपनीयता को सेंसरशिप से बचाने के लिए एक टूल के तौर पर विकसित किया है।