Supreme Court YouTube Channel Hacked, Tips to protect: सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया का यूट्यूब चैनल (YouTube Channel) हैक होने की खबर से आज (20 सितंबर 2024) देशभर में सनसनी मच गई। इससे पहले भी पिछले साल (5 जून 2023) एक साइबर अटैक में कई जानी-मानी पर्सनालिटीज और संस्थानों के यूट्यूब चैनल हैक होने का मामला सामने आ चुका है। अगर आपका भी YouTube Channel है और आप चाहते हैं कि आपकी निजी जानकारी और डेटा सुरक्षित रहे तो इसे सेफ और सिक्यॉर रखना जरूरी है। हैकर्स किसी भी यूट्यूब चैनल को एक्सेस करके संवेदनशील डेटा चुरा लेते हैं और इनमें अकसर ईमेल एड्रेस, क्रेडिट कार्ड डिटेल आदि की जानकारी रहती है।
कैसे पहचानें कि यूट्यूब चैनल हुआ है हैक
यूट्यूब अकाउंट हैक होने से बचाना है तो आपको कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। इस तरह के अटैक पता चलने का सबसे पहला तरीका होता है कि यूजर हैक किए गए यूट्यूब अकाउंट में साइन इन नहीं कर पाता। आपकी जानकारी के बिना ही अकाउंट सेंटिंग्स और इससे जुड़े ईमेल एड्रेस में छेड़छाड़ इस बात का संकेत है कि आपका अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है।
YouTube Channel पर प्रोफाइल पिक्चर बदल जाना, उन वीडियो का अपलोड होना जिन्हें आपने अभी तक अपलोड नहीं किया था, चैनल हैक होने का सबसे बड़े संकेतों में से एक है।
यूट्यूब चैनल को हैक होने से कैसे बचाएं? How To Protect YouTube Channel from Hackers?
हमेशा ध्यान रखें कि यूट्यूब अकाउंट के लिए एक यूनीक और मजबूत पासवर्ड चुनें जिसे हैक करना मुश्किल हो।
दूसरी वेबसाइट्स और अकाउंट्स पर आप जिन पासवर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं, यूट्यूब चैनल के लिए उससे अलग पासवर्ड रखें।
पासवर्ड हमेशा 8 या ज्यादा अक्षरों से ज्यादा होना चाहिए।
पासवर्ड में हमेशा निजी जानकारी जैसे अपना नाम, ईमेल एड्रेस आदि का इस्तेमाल ना करें।
ऑटोमैटिकली मजबूत पासवर्ड जेनरेट करने के लिए आप पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अपना पासवर्ड कभी किसी के साथ शेयर ना करें और फिशिंग में ना फंसे।
यूट्यूब अकाउंट को हैक होने से बचाने के टिप्स: Tips To Prevent YouTube Account Hacks
हैक होने के खतरे को कम करने के लिए समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहें
अपने वीडियो के कमेंट सेक्शन में कोई संदिग्ध लिंक दिखने पर सावधानी बरतें
सिक्यॉरिटी ब्रीच होने पर सतर्क रहें और उचित एक्शन लें, जैसे तुरंत पासवर्ड बदल दें
मैलवेयर से बचने के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें
उन पर्सनलाइज्ड सिक्यॉरिटी सर्विसेज का इस्तेमाल करें जो आपके अकाउंट को संभावित खतरे से बचाने के लिए मॉनिटर कर सकें और रियल-टाइम अलर्ट कर सकें।