Sunita Williams Stuck in Space Station: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी मुश्किल होती जा रही है। उन्हें 14 जून 2024 को वापस आना था लेकिन तकनीकी खराबी के चलते वह पिछले कई दिनों से अंतरिक्ष में लटकी पड़ी हैं। NASA के बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई इस खराबी के चलते लगातार सुनीता विलियम्स और उनके साथ मौजूद एक और अंतरिक्ष यात्री बुश विलमोर नासा के इस मिशन पर फंस गए हैं।
बता दें कि बुश और सुनीता विलियम्स की वापसी को 9 से ज्यादा बार टाला जा चुका है। बोइंग कैप्सूल में आई खामी के चलते दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी मुश्किल होती जा रही है। बता दें कि एक सप्ताह की अवधि वाले NASA के इस मिशन को मिड-जून में खत्म होना था लेकिन अब 40 दिन से ज्यादा समय बीत चुका है और दोनों वैज्ञानिक अब तक पृथ्वी पर वापस नहीं आ पाए हैं।
कौन हैं बुश विलमोर
बुश विलमोर रिटायर्ड अमेरिकी नेवी कैप्टन हैं जो 2000 में नासा के अंतरिक्ष यात्री दल में शामिल हुए थे। उन्होंने 1990 के दशक में पहले अमेरिकी खाड़ी युद्ध में 21 लड़ाकू मिशन सहित एयरक्राफ्ट करियर के डेक से लड़ाकू जेट उड़ाते हुए चार ऑपरेशनल डिप्लॉयमेंट पूरे किए हैं। वह नेवी के टेस्ट पायलट और फ्लाइट इंस्ट्रक्टर के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
क्या है बोइंग स्टारलाइनर में खामी
थ्रस्टर फेल्योर और हीलियम लीक के चलते स्टारलाइनर में खराबी आई है और एक बार फिर NASA और बोइंग दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को टालना पड़ा है। लगातार चल रही जांचों और टेस्टिंग के बावजूद, अभी तक स्टारलाइनर की वापसी को लेकर किसी तारीख की जानकारी नहीं दी गई है।

विलमोर और विलियम्स को वापस लाना NASA का पहला लक्ष्य
NASA का पहला लक्ष्य विलमोर और सुनीता विलियम्स को स्टारलाइनर पर वापस लाना है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह भी स्वीकार किया है कि एजेंसी SpaceX के Dragon कैपसूल को बैकअप ऑप्शन के तौर पर इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही है। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा कि मिशन मैनेजर फिलहाल वापसी की तारीख की घोषणा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
समाचार एजेंसी AP को स्टिच ने बयान दिया, ‘जब हम तैयार होंगे तब हम घर आएंगे। NASA के पास हमेशा इमरजेंसी ऑप्शन होते हैं।’
NASA ने सुरक्षा को किया नजरअंदाज!
बता दें कि फिलहाल इंजीनियर एक स्पेयर थ्रस्टर का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि उन्हें थ्रस्टर के फेल होने का असली कारण समझ आ सके। उनका मानना है कि डीग्रेडेड सीलही हीलियम लीक और थ्रस्टर खामीके लिए जिम्मेदार हो सकती है, लेकिन अभी और जांच की जरूरत है।
बता दें कि इससे पहले इसी महीने आई एक रिपोर्ट में पता चला था कि NASA और Boeing दोनों को 5 जून को हुए लॉन्च से पहले ही स्टारलाइन पर हीलियम लीक के बारे में जानकारी थी। इस खामी के बारे में जानकारी मिलने के बावजूद, नासा ने इसे मामूली समझा और फैसला किया कि इससे सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है और लॉन्च को जारी रखा।
25 घंटे की यात्रा के बाद जब स्टारलाइनर, ऑर्बिट में पहुंचा तो इसमें चार अतिरिक्त हीलियम लीक हुए जिससे इसका एक थ्रस्टर काम का नहीं रहा।

बता दें कि नजरअंदाज की गई इसी खामी के चलते अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की वापसी में देरी हुई है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से उन्हें वापस 13 जून को आना था लेकिन बाद में इसे 26 जून के लिए रीशेड्यूल किया गया। लेकिन फिलहाल दोनों की वापसी को टाल दिया गया है। बता दें कि बोइंग के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के लिए यह एक बहुत बड़ी असफलता है।
इससे पहले भी स्टारलाइनर की पिछली टेस्ट फ्लाइट में समस्या आई थीं, इनमें 2019 में स्पेस स्टेशन का असफल मिशन भी शामिल है जो सॉफ्टवेयर में आई खामी के चलते हुआ था।
धरती से कितनी दूर हैं सुनीता विलियम्स
गौर करने वाली बात है कि सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष यान में पृथ्वी से 360किलोमीटर दूर गई हैं। वह अभी तक नहीं लौटी हैं। पहले खबर आई थी कि वह अंतरिक्ष में बिना पानी के पौधे उगाने की तकनीक पर काम कर रही हैं।
ISRO प्रमुख ने दिया था भरोसा
बता दें कि सुनीता विलियम्स की लगातार हो रही देरी के बीच भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी प्रमुख एस. सोमनाथ का भी बयान आया था। उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा था कि अंतरिक्ष स्टेशन लोगों के लिए लंबे समय तक रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान पर है। सुनीता विलियम्स महीनों तक अंतरिक्ष में रह सकती है। NDTV को दिए इंटरव्यू में इसरो चीफ ने कहा था कि यह केवल सुनीता विलियम्स या किसी अन्य अंतरिक्ष यात्री की बात नहीं है। इसकी वजह यह है कि उन्हें किसी न किसी दिन तो वापस आना ही है।