Shubhanshu Shukla Return Date Time LIVE Updates: शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को धरती पर लौटने के बाद ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले तथा कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन किया। ये अंतरिक्ष यात्री 20 दिन की अंतरिक्ष यात्रा पूरी करने के बाद धरती पर लौटे हैं। शुभांशु शुक्ला, राकेश शर्मा (1984) के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बने हैं।
स्पेसएक्स ड्रैगन यान, जिसमें शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम-4 मिशन के तहत सवार थे, ने सोमवार को सुबह लगभग 7:05 बजे ईडीटी (भारतीय समयानुसार शाम 4:35 बजे) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के हार्मनी मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलगाव (अनडॉकिंग) किया।
18 दिन बाद शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी
शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को धरती पर लौटने के बाद ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले तथा कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन किया। ये अंतरिक्ष यात्री 20 दिन की अंतरिक्ष यात्रा पूरी करने के बाद धरती पर लौटे हैं।
शुभांशु शुक्ला की पहली झलक
ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, देखें वीडियो
किसी भी समय ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आ सकते हैं शुभांशु शुक्ला, देखें लाइव अपडेट
अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और वाणिज्यिक ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के उनके तीन अन्य साथी मंगलवार को पृथ्वी पर लौट आए। ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान दक्षिणी कैलिफोर्निया में सैन डिएगो के नजदीक समुद्र में उतरा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर लौटने से पहले 22.5 घंटे की यात्रा की। शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिटसन, तथा मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू को लेकर अंतरिक्ष यान सोमवार को भारतीय समयानुसार शाम 4:45 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया था। स्पेसएक्स ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ड्रैगन के उतरने की पुष्टि हो गई है – पृथ्वी पर आपका स्वागत है, @एस्ट्रोपेगी, शुक्स, @एस्ट्रो_स्लावोज़ और टिबी।’’
मंगलवार को पीटीआई-वीडियोज़ से बात करते हुए, शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, “आज हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है। हम ईश्वर से उसकी सुरक्षित “लैंडिंग” के लिए प्रार्थना करते रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि वह अपना मिशन सफलतापूर्वक पूरा करके वापस लौटा है।” उन्होंने परिवार की गहरी सम्मान और संतुष्टि की भावना व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारे और देश के लिए बेहद गर्व का क्षण है कि उसने इतना महत्वपूर्ण मिशन पूरा किया है। अब हम अपने परिवार, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों के साथ यहां उत्सव मनाएँगे।” शुभांशु की पत्नी कामना अभी लखनऊ में नहीं हैं। उनके बारे में शंभू दयाल ने कहा “अभी कामना फ्लोरिडा में हैं।” उन्होंने कहा कि “दोनों लखनऊ में एक साथ पढ़ते थे और परिवार की सहमति से दोनों का विवाह हुआ। उनका छह साल का बेटा कियाश हैं।” शुभांशु इस अक्टूबर में 40 साल के हो जाएँगे।
शुभांशु शुक्ला की वापसी पर पीएम नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया- कहा,
मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के स्वागत में राष्ट्र के साथ शामिल हूं, क्योंकि वह अंतरिक्ष में अपने ऐतिहासिक मिशन से पृथ्वी पर लौट रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना के माध्यम से अरबों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन – गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर हैसमंदर में ड्रैगन कैप्सूल लैंड होने के बाद क्या हो रहा है?
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का परिवार खुश है और जश्न मना रहा है क्योंकि वह और पूरा दल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में 18 दिनों के प्रवास के बाद पृथ्वी पर लौटे हैं।
ड्रैगन अंतरिक्ष यान के धरती पर उतरते ही एक्सिओम-4 की कमांडर पैगी व्हिटसन ने कहा कि वापस आकर बहुत खुशी हो रही है।
शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहुंचे, ड्रैगन अंतरिक्ष यान कैलिफ़ोर्निया में समुद्र में उतरा।
लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के परिवार में जश्न का माहौल, 18 दिन बाद अंतरिक्ष से वापस लौटे
धरती पर अंतरिक्ष से वापस लौटे शुभांशु शुक्ला, कैलिफोर्निया के तट पर समंदर में सफल स्प्लैशडाउन
ड्रैगन कैप्सूल के चारों पैराशूट खुले
ब्लैकआउट पीरियड शुरू, कुछ पलों में स्प्लैशडाउन
ड्रैगन अंतरिक्ष यान के पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश करने की तैयारी के मद्देनजर ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ की प्रक्रिया पूरी हुई, ट्रंक को अलग कर दिया गया है।
गन अंतरिक्ष यान का ‘नोज़कोन’ (कैप्सूल के आगे का सिरा) बंद हो गया है और वह पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश के लिए तैयार है, भारतीय समयानुसार अपराह्न 3:01 बजे पानी में उतरेगा : स्पेसएक्स 26 मिनट बाद कैलिफोर्निया के तट पर स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल का स्प्लैशडाउन
पृथ्वी की कक्षा में पुनः प्रवेश से पहले आखिरी ब्रीफिंग। ड्रैगन कैप्सूल की रिपोर्ट है, “वाहन ठीक है, मौसम अच्छा दिख रहा है।” पृथ्वी के पर्यावरण में प्रवेश करने से पहले यह आखिरी ब्रीफिंग थी।
‘डी-ऑर्बिट बर्न’ केवल 18 मिनट तक चलेगा जिस दौरान सात मिनट के लिए ड्रैगन अंतरिक्षयान से संपर्क नहीं हो पाएगा।
ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिन रहने के बाद पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करने के लिए ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ शुरू किया
बता दें कि शुभांशु और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का नाम ‘ग्रेस’ है। इसे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के “हार्मनी पोर्ट” पर डॉक किया गया था।
एक्सिओम-4 मिशन ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा 25 जून को शुरू की थी, जब ड्रैगन अंतरिक्ष कैप्सूल को ले जाने वाला फाल्कन-9 रॉकेट फ्लोरिडा से आईएसएस की ओर रवाना हुआ था
शुक्ला के लिए यह एक ऐतिहासिक यात्रा रही है, जो आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने और 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के मिशन के तहत शर्मा की महत्वपूर्ण अंतरिक्ष उड़ान के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय व्यक्ति बने। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्ला की आईएसएस यात्रा के लिए लगभग 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह एक ऐसा अनुभव होगा जो अंतरिक्ष एजेंसी को अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान की योजना और निष्पादन में मदद करेगा जिसे 2027 में संचालित किए जाने की योजना है।
रविवार को आईएसएस पर एक औपचारिक विदाई समारोह में एक्सिओम-4 चालक दल के सदस्यों ने वहां मौजूद सदस्यों को संबोधित किया। कुछ सदस्य भावुक भी हुए जब उन्होंने एक्सपेडिशन 73 के सदस्यों को गले लगाया, जिनके साथ इस प्रवास के दौरान उनकी नयी नयी दोस्ती हुई थी। शुक्ला ने कहा, ‘‘25 जून को जब मैंने फाल्कन-9 पर उड़ान भरी थी तब मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। मुझे लगता है कि इसमें शामिल लोगों की वजह से यह अविश्वसनीय रहा है। मेरे (एक्सपेडिशन 73 चालक दल) पीछे खड़े लोगों ने इसे हमारे लिए वाकई खास बना दिया है। यहां आकर और आप जैसे पेशेवरों के साथ काम करके मुझे बहुत खुशी हुई।’’
शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। अभी SpaceX के इस स्पेसक्राफ्ट की स्पीड 28 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की है। हालांकि धरती के बेहद करीब आने के बाद स्पीड कम हो जाएगी। स्पेसएक्स ने एक X पोस्ट में बताया कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट एक तेज सॉनिक बूम के साथ आ सकता है। यह वायुमंडल में बहुत तेज स्पीड से एंट्री करेगा और इसी वजह से स्पेसक्राफ्ट धमाके के साथ प्रवेश कर सकता है।
राकेश शर्मा की 1984 की यात्रा के बाद शुक्ला अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं।
Axiom 4 Mission: ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ISS से सफलतापूर्वक अनडॉक हो गया। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और क्रू के आज स्प्लैशडाउन होने की उम्मीद है।
यूपी के लखनऊ में उनकी मां आशा शुक्ला ने कहा, “हम बहुत उत्साहित हैं… जब हमने अनडॉकिंग देखी, तो हमें पता था कि वह अब अपने रास्ते पर है… हम अपने बेटे का इंतजार कर रहे हैं। वह शाम तक पहुंच जाएगा। हमने उसकी सलामती के लिए प्रार्थना की। हम मंदिर गए और हनुमाजी के दर्शन किए। हमने सुंदरकांड का पाठ किया… हमें गर्व है कि हमारे बेटे ने इतिहास में अपना नाम लिखा… हम उसका भव्य स्वागत करेंगे…”
शुक्ला एक्सिओम-4 वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा हैं और 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। वह और उनकी टीम के तीन अन्य सदस्य सोमवार दोपहर (भारतीय मानक समय) को ड्रैगन अंतरिक्ष यान से अपनी वापसी यात्रा पर निकलने वाले हैं और मंगलवार (भारतीय मानक समय) दोपहर लगभग तीन बजे उनके कैलिफोर्निया (अमेरिका) के तट पर उतरने की उम्मीद है।
सोमवार को लखनऊ स्थित अपने आवास पर ‘पीटीआई-वीडियो’ से बात करते हुए शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने अपने बेटे के अंतरिक्ष मिशन में सहयोग के लिए जनता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने बेटे को आशीर्वाद देने के लिए जनता और माननीय प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं। उनका मिशन समाप्त हो रहा है और हम सभी उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। हालांकि हम उनसे तुरंत नहीं मिल पाएंगे क्योंकि वह पहले अमेरिका जाएंगे, फिर भी हम उनसे जल्द मिलने के लिए उत्सुक हैं।’’
लखनऊ में उनका परिवार उनकी सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है और परिवार ने इसे बेहद गर्व और भावनात्मक उत्साह का क्षण बताया है। परिवार ने कहा कि उनके लिए यह बेहद खुशी की बात है। शुभांशु ने उन्हें ‘‘एक बच्चे की तरह’’ अंतरिक्ष के नजारे दिखाए। परिवार ने कहा कि शुभांशु के आने की सूचना से परिवार बेहद उत्साहित है और उनकी सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है,