रिलायंस जियो की धमाकेदार लॉन्चिंग के बाद अब चुनौतियां सामने आने लगी हैं। अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और सिर्फ 4जी नेटवर्क पर सबसे सस्‍ता डाटा देने का वादा करने वाली जियो कॉल ड्रॉप की समस्‍या से जूझ रही है। कंपनी द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, जियो की 80 फीसदी से ज्‍यादा कॉल फेल हो जा रही हैं। पिछले सप्‍ताह एक बयान में जियो ने कहा, ”पिछले कुछ सप्‍ताह में समस्‍या बेहद गंभीर हो गई है, हर 100 में से 80 कॉल फेल हो रही हैं।” हालांकि जियो ने इसके लिए एयरटेल और वोडाफोन जैसे बड़े ऑपरेटर्स पर आरोप मढ़ा है। जियो का कहना है कि प्रतिद्वंदी आॅपरेटरों ने पर्याप्‍त इंटरकनेक्‍शन प्‍वाइंट्स नहीं मुहैया कराए। बयान में कहा गया, ”पिछले 10 दिनों में ही, RJIL (रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड) से वोडाफोन के नेटवर्क पर की गईं 15 करोड़ से ज्‍यादा कॉल्‍स फेल हो गईं।” इससे पहले 13 सितंबर को जारी बयान में जियो ने कहा था कि ‘एयरटेल के नेटवर्क पर की गई 22 करोड़ से ज्‍यादा कॉल फेल हुईं। तीन बड़े ऑपरेटरों- एयरटेल, वोडाफोन इंडिया लिमिटेड और आइडिया सेलुलर पर की गई 52 करोड़ कॉल्‍स फेल हो गईं।’ कंपनी ने बयान में कहा कि यूजर्स को ”सुपीरियर वॉयस टेक्‍नोलाॅजी का फायदा” नहीं लेने दिया गया।

टेलीकॉम ऑपरेटर्स की कॉल ड्राॅप (प्रतिशत में) (Graphic: Scroll.in)

 

जियो के लॉन्‍च के मौके पर मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलायंस इंडस्‍ट्रीज ने 100 फीसदी VoLTE नेटवर्क (Voice over Long-Term Evolution) बिछाया है। उन्‍होंने कहा था, ”VoLTE से क्रिस्‍टल क्लियर आवाज और वीडियो क्‍वालिटी, तुंरत कॉल कनेक्टिविटी, कम से कम कॉल ड्रॉप और वॉयस व डाटा एक साथ यूज करने की क्षमता मिलती है।” पिछली बार जियो का यूजर बेस करीब 15 लाख था, लेकिन लॉन्चिंग के बाद कंपनी इस साल के अंत तक 25 करोड़ उपभोक्‍ता जुटाने का लक्ष्‍य है। 31 दिसंबर तक सभी यूजर्स को अनलिमिटेड डाटा और फ्री कॉल्‍स की सुविधा मिलेगी, उसके बाद टैरिफ तय किए जाएंगे। हालांकि जियो यूजर्स कॉल ड्रॉप, लो स्‍पीड, सिम न मिलने से परेशान हैं।

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ऐसा नहीं है कि सिर्फ जियो के नेटवर्क पर ही कॉल ड्रॉप हो रहे हैं। जुलाई में टेलीकॉम रेगुलेटरी अथारिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) करी एक रिपोर्ट ने दिखाया था कि ज्‍यादातर नेटवर्क 2 प्रतिशत काॅल ड्रॉप सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी गाइडलाइंस का उल्‍लंघन कर रहे हैं। दिल्‍ली का हाल सबसे बुरा है, जहां 1.2 फीसदी से 10.7 फीसदी कॉल्‍स तक ड्रॉप होती हैं।