वॉलमार्ट समूह की डिजिटल भुगतान कंपनी फोनपे ने यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिये 50 रुपये से अधिक मूल्य के मोबाइल रिचार्ज के लिए प्रति लेनदेन पर एक से दो रुपये का प्रसंस्करण शुल्क लेना शुरू किया है।

कंपनी पहली डिजिटल भुगतान ऐप है जिसने यूपीआई-आधारित लेनदेन के लिए शुल्क लेना शुरू किया है। यह सेवा इसकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों द्वारा मुफ्त दी जा रही है। अन्य कंपनियों की तरह, फोनपे भी क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किए गए भुगतान के लिए प्रसंस्करण शुल्क ले रही है।

फोन पे के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘रिचार्ज को लेकर ह छोटे स्तर पर प्रयोग कर रहे हैं। इसके तहत कुछ उपयोगकर्ता मोबाइल रिचार्ज के लिये भुगतान कर रहे हैं। पचास रुपये से कम रिचार्ज पर कोई शुल्क नहीं है जबकि 50 रुपये से 100 रुपये के रिचार्ज पर एक रुपया और 100 रुपये से ऊपर के रिचार्ज पर शुल्क दो रुपये का शुल्क है। प्रयोग के तौर पर ज्यादातर उपयोगकर्ता कुछ भी शुल्क नहीं दे रहे हैं या फिर एक रुपये का भुगतान कर रहे हैं।’’

तीसरे पक्ष के तौर पर ऐप में यूपीआई लेनदेन के मामले में फोनपे की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी ने सितंबर में अपने प्लेटफॉर्म पर 165 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन दर्ज किए थे।

PhonePe एक किस्म का पेमेंट ऐप है। साल 2016 में ई-कॉमर्स शॉपिंग वेबसाइट Flipkart ने इसका अधिग्रहण कर लिया था। ऐप इसके बाद लाइव हुआ। फिर 2017 में यह पहला यूपीआई आधारित ऐप बना, जिसे 10 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया गया। अगले साल 2018 में इसने अपने प्लैटफॉर्म पर माइक्रो ऐप्स लॉन्च किए, जबकि 2019 में इस पर दो बिलियन से अधिक ट्रांजैक्शन हो गए। साल 2020 में फोनपे एटीएम 300 शहरों में 10 लाख स्टोर्स पर लाइव हुआ था।

इतना ही नहीं, इस पर लिक्विड फंड्स, सुपर फंड्स के साथ म्यूचुअल फंड कैटेगरी के सात और प्रोडक्ट्स मिल जाते हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस, कोरोना वायरस बीमा, मोटर इंश्योरेंस और अन्य तरह के बीमा भी इस पर ऑफर किए जाते हैं। मौजूदा समय में इस ऐप पर बिल पेमेंट, रीचार्ज, मनी ट्रांसफर, सोने की खरीद, निवेश और पसंदीदा स्टोर्स पर शॉपिंग आदि हो सकती है।