व्हाट्सएप ने हाल ही में अपने ‘प्राइवेसी पॉलिसी’ में बदलाव किया है। अब व्हाट्सएप अपने यूजर्स की जानकारी फेसबुक से साझा करेगा, जिसमें मोबाइल नंबर्स भी शामिल हैं। जो यूजर्स व्हाट्सएप द्वारा फेसबुक के साथ डाटा साझा किए जाने को लेकर चिंतित हैं, उनके पास इस बदलाव से बचने का एक तरीका है। आईआेएस में, नई प्राइवेसी पॉलिसी से यूजर्स का सामना हो रहा है। जब आपसे नए नियम व शर्तों को स्वीकार करने के लिए पूछा जाता है, वहां पर ‘शेयर विद फेसबुक’ के ऑप्शन को अनचेक करने का विकल्प मौजूद है। जिन्होंने पहले ही नई प्राइवेसी पॉलिसी को स्वीकार कर लिया है, वे सेटिंग्स में जाकर फेसबुक के साथ डाटा शेयरिंग के ऑप्शन को अनचेक कर सकते हैं। आईओएस पर व्हाट्सएप में सेटिंग्स>अकाउंट पर जाएं। नीचे ‘Share My Account Info’ का एक स्लाइडर मिलेगा। अगर आप व्हाट्सएप की जानकारी फेसबुक से साझा नहीं करना चाहते तो इस आॅप्शन को अनचेक कर दीजिए। व्हाट्सएप का कहना है कि अगर यूजर ‘Don’t Share’ को चुनता है तो वे भविष्य में इसे बदल नहीं पाएंगे।
व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी फेसबुक के साथ डाटा शेयर करने की सुविधा देती है। इसके बारे में एप का दावा है कि इससे फेसबुक पर विज्ञापनों और प्रोडक्ट एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। व्हाट्सएप ने मोबाइल नंबर जैसी जानकारी फेसबुक से साझा करने की बात तो कही है, मगर इस पर जोर दिया है कि वह पर्सनल संदेशों, चैट्स, फोटोज, वीडियोज को फेसबुक से शेयर नहीं करेगी। व्हाट्सएप को 2010 में रिलीज किया था, तब से अब तक इसमें कई बार अपडेट हो चुका है। लेकिन शर्तों और प्राइवेसी पॉलिसी में आखिरी बदलाव 2012 में हुआ था। फेसबुक ने दो साल पहने व्हाट्सएप को खरीदा था।
