ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सबसे बड़ा खतरा डेटा चोरी होने का रहता है। अगर थोड़ी सावधानी बरतें तो आप अपना डेटा चोरी होने से बचा सकते हैं। आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं। अगर आप इनका ध्यान रखेंगे तो काफी हद तक अपना बैंकिंग डेटा सुरक्षित रख सकते हैं। चलिए शुरू करते हैं। अपने फाइनैंशल ट्रांजेक्शन्स, ऑनलाइन पेमेंट के लिए एक डेडीकेटेड ई-मेल एड्रेस का इस्तेमाल करें जिससे आपके ये ट्रांजेक्शन्स और सिक्योर हो सकें, फिशिंग मेल्स और स्पैम के जरिए आपके ई-मेल की हैकिंग न हो सके और आपका बैंक खाता सुरक्षित रहे।

पब्लिक वाई-फाई/कंप्यूटर का यूज न करें: कभी भी पब्लिक वाई-फाई पर अपने फाइनैंशल ट्रांजेक्शन्स न करें क्योंकि हैकर्स बड़ी आसानी से पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क को हैक कर सकते हैं और आपकी लॉगिन-पासवर्ड डिटेल्स चुरा सकते हैं। अगर आपको बाहर फाइनैंशल ट्रांजेक्शन करने ही हैं तो अपने फोन के मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल करें।

कठिन पासवर्ड रखें: कठिन पासवर्ड रखना जरूरी है। पासवर्ड अंक, अक्षर और सिंबल के मिक्स से कम से कम आठ लेटर का होना चाहिए। जन्मदिन, कार/बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर, मकान नंबर, मोबाइल नंबर आदि पासवर्ड ना बनाएं। हर महीने पासवर्ड जरूर बदल दें।

वेबसाइट का एड्रेस चेक करें: ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय साइट के सुरक्षित होने का संकेत भी देख लें, जैसे- ब्राउजर स्टेटस बार पर लॉक आइकॉन या ‘https’ यूआरएल, जहां ‘एस’ उसके सुरक्षित होने की पहचान है।

डेटा अपने पास रखें: किसी भी पेमेंट साइट और वेब ब्राउजर पर अपनी बैंक डिटेल्स और पर्सनल डिटेल्स को सेव न करें। जब भी काम खत्म हो जाए तब हमेशा लॉग आउट कर लें। इंफॉर्मेशन को हमेशा टाइप करना चाहिए न कि आपको कॉपी पेस्ट करना चाहिए।

हमेशा रेप्युटेड मर्चेंट से सामान खरीदें: ऑनलाइन शॉपिंग से पहले हमेशा जांच लें कि आपका मर्चेंट रेप्युटेड और भरोसेमंद है। कई छोटे मर्चेंट्स की वेबसाइट्स ऑनलाइन पेमेंट से होने वाले डेटा की सिक्योरिटी नहीं कर सकती हैं। अगर आपको आनलाइन शॉपिंग करनी पर मर्चेंट पर भरोसा नहीं है तो ऑनलाइन पेमेंट न करें और कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन लें।

वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल करें: ऑनलाइन शॉपिंग का पेमेंट करने के लिए अपने कंप्यूटर के कीबोर्ड के बजाए वहां मौजूद वर्चुअल कीबोर्ड का इस्तेमाल करें। यह ज्यादा सुरक्षित होता है।