Chinese companies tops in indian smartphone market: भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर भले ही तनाव हो लेकिन दोनों के बीच व्यापारिक रिश्ते फिलहाल कायम हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चीनी कंपनियों का दबदबा। भारत सरकार की तरफ से लगातार कड़ी निगरानी और आर्थिक मोर्चेबंदी के बीच भी Xiaomi, Vivo और Oppo देश में टॉप-5 स्मार्टफोन ब्रैंड की लिस्ट में शामिल हैं। आपको बता दें कि 2020 में भारत-चीन के बीच जब टेंशन बढ़ी थी, उसके बाद सरकर ने TikTok, Hello जैसे कई पॉप्युलर ऐप्स को बैन कर दिया था।
गौर करने वाली बात है कि भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चीनी कंपनियों का शेयर 62 प्रतिशत है। वहीं भारतीय कंपनियां जैसे लावा के पास 1 प्रतिशत से भी कम मार्केट शेयर है। पिछले कुछ सालों में माइक्रोमैक्स, कार्बन, स्पाइस और लावा जैसे भारतीय ब्रैंड्स ने बाजार में अपनी पकड़ खो दी। 2014 में Oppo, Vivo और OnePlus व 2018 में Realme ने भारत में एंट्री की।
वहीं 2020 में iQOO ने भी भारत में अपने स्मार्टफोन लॉन्च किए। और इससे पहले दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता Xiaomi ने देश में स्मार्टफोन मार्केट में अपना परचम लहराना शुरू कर दिया था। फिलहाल देश में टॉप-5 स्मार्टफोन कंपनियों में शाओमी, ओप्पो, वीवो जैसे नाम हैं और भारतीय कंपनियां इनके आसपास भी नहीं हैं।
स्मार्टफोन कंपनी | मार्केट शेयर |
शाओमी | 21 प्रतिशत |
सैमसंग | 18 प्रतिशत |
वीवो | 16 प्रतिशत |
ओप्पो | 16 प्रतिशत |
रियलमी | 14 प्रतिशत |
बाकी कंपनियां | 15 प्रतिशत |
एक्सेसरीज मार्केट में उलट है स्थिति
स्मार्टफोन सेगमेंट में भले ही भारतीय कंपनियां निचले पायदान पर हैं लेकिन वियरेबल सेगमेंट में इंडियन कंपनियों ने झंडा बुलंद कर रखा है। वियरेबल मार्केट में इंडियन कंपनियों ने चीनी कंपनियों को पछाड़ कर कब्जा किया हुआ है। 60,000 करोड़ रुपये वाले एक्सेसरीज मार्केट पर इंडियन कंपनियों का एकाधिकार है – इनमें वियरेबल (जैसे स्मार्टवॉच, फिटनेस बैंड) और हियरेबल्स (हेडफोन, ईयरबड्स, ईयरफोन, नेकबैंड) व पावर एक्सेसरीज शामिल हैं।
अगले साल संभावित आर्थिक मंदी के बीच जहां स्मार्टफोन कंपनियां अपने प्रोडक्शन को कम कर रही हैं, वहीं इंडियन वियरेबल कंपनियों ने अपने एक्सपेंशन और मैन्युफैक्चरिंग प्लान को बढ़त की उम्मीद के साथ दोगुना कर रही हैं। इन ब्रैंड को कस्टमर अपग्रेड के चलते बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
भारत में टॉप-5 वियरेबल ब्रैंड में तीन कंपनियां भारतीय हैं। इनमें इमेजिन मार्केटिंग (BoAt) का मार्केट शेयर 32 प्रतिशत, Nexxbase (Noise) का मार्केट शेयर 14 प्रतिशत और फायर-बोल्ट का मार्केट शेयर 9 प्रतिशत है। यानी करीब 55 प्रतिशत मार्केट शेयर में भारतीय कंपनियों की हिस्सेदारी है। वहीं प्रतिद्वन्दी चीनी कंपनियां वनप्लस 8 प्रतिशत और रियलमी 4 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ वियरेबल मार्केट की टॉप-5 लिस्ट में शामिल हैं।