IMC 2023,Indian Mobile Congress: शुक्रवार को भारत में इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2023 इवेंट का आगाज हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IMC 2023 में अपने संबोधन में टेक्नोलॉजी से जुड़े कई मुद्दों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भारत के मोबाइल एक्सपोर्टर बनने, Apple से लेकर Google जैसी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों द्वारा भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने जैसी बातें कहीं। पीएम ने कहा कि भारत में 2014 में कुछ सौ स्टार्टअप थे लेकिन अब यह संख्या एक लाख के आसपास पहुंच चुकी है। आपको बताते हैं पीएम ने India Mobile Congress में और किन-किन बातों को जिक्र किया।
पीएम मोदी ने IMC 2023 में कहा, ‘आज हर दिन टेक्नोलॉजी में तेजी से होते परिवर्तन के कारण हम कह सकते हैं- the future is here and now.’ उन्होंने कहा कि मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत 118वें स्थान से 43वें स्थान पर पहुंच गया है और 5जी सेवा शुरू होने के एक साल के भीतर चार लाख 5जी बेस स्टेशन स्थापित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकों को पूंजी तक पहुंच, संसाधनों तक पहुंच और प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है।
‘6G की तरफ आगे बढ़ रहा है भारत’
5G मोबाइल नेटवर्क पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि हमने भारत के हर नागरिक तक 5G टेक्नोलॉजी पहुंचाने का काम शुरू किया। यानी हम ‘rollout’ स्टेज से ‘reach out’ स्टेज तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम ना सिर्फ भारत में तेजी से 5जी का विस्तार कर रहे हैं बल्कि 6G के क्षेत्र में भी लीडर बनने की दिशा में बढ़ रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि पिछले साल यानी इंडियन मोबाइल कॉन्ग्रेस 2022 में पीएम ने देश में 5जी टेक्नोलॉजी लॉन्च की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ फोन का इस्तेमाल कर रही है।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा, ‘भारत में विकास का लाभ हर वर्ग, हर क्षेत्र तक पहुंचे, भारत में संसाधनों का सभी को लाभ मिले, सभी को सम्मानजनक जीवन मिले, और सभी तक टेक्नोलॉजी का फायदा पहुंचे, इस दिशा में हम तेजी से काम कर रहे हैं। नागरिकों के लिए Access to capital, Access to Resources और Access to Technology हमारी सरकार की प्राथमिकता में है।’
सेमीकंडक्शन मिशन पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का Semiconductor mission सिर्फ अपनी डोमेस्टिक यानी घरेलू डिमांड ही नहीं, दुनिया की जरूरत पूरी करने के विज़न पर आगे बढ़ रहा है। पीएम ने कहा कि विकासशील देश से विकसित देश हनो के सफर को अगर कोई और तेज करता है, तो वो है- Technology.
पीएम ने अपने भाषण में कहा, ’21वीं सदी का ये कालखंड, भारत की Thought Leadership का समय है। Thought Leaders ऐसे नए domains बना सकते हैं जिसे बाद में दुनिया फॉलो करें। हम कुछ Domains में Thought Leader बने भी हैं। जैसे- UPI हमारी Thought Leadership का परिणाम है, जो आज डिजिटल पेमेंट्स सिस्टम में पूरी दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।’
भारत बना आयातक से निर्यातक
पीएम मोदी ने ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ में अपने संबोधन में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कैसे भारत आयातक (इंपोर्टर) से मोबाइल फोन का निर्यातक (एक्सपोर्टर) बन गया है और ऐप्पल (Apple) से लेकर गूगल (Google) तक, बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां देश में मैन्युफैक्चरर बनने के लिए तैयार हैं।
पीएम ने सााधा साधा कांग्रेस पार्टी पर निशाना
उन्होंने आगे कहा, ‘साल 2014 में हमारे पास…मैं 2014 क्यों कह रहा हूं…वह एक तारीख नहीं है, बल्कि ‘बदलाव’ है।’उन्होंने कहा कि 2014 के पहले भारत के पास कुछ सौ स्टार्ट अप थे लेकिन अब यह संख्या एक लाख के आसपास पहुंच गई है। मोदी ने उन दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि तब ‘आउटडेटेट फोन’ की स्क्रीन घड़ी-घड़ी हैंग हो जाती थी और चाहें आप स्क्रीन को कितना भी स्वाईप कर लें या चाहे कितने भी बटन दबा लें, कुछ असर होता ही नहीं था। उन्होंने कहा, ‘और ऐसी ही स्थिति उस समय सरकार की भी थी। उस समय भारत की अर्थव्यवस्था, या कहें कि तब की सरकार ही, हैंग मोड में थी। हालत इतनी खराब थी कि रीस्टार्ट करने से कोई फायदा नहीं था। बैटरी चार्ज करने में भी फायदा नहीं था और बैटरी बदलने में भी फायदा नहीं था।’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘2014 में लोगों ने ऐसे आउटडेटेड फोन को छोड़ दिया और अब हमें सेवा करने का अवसर दिया। इस बदलाव से क्या हुआ, वह भी साफ दिखता है।’