गूगल ने भारत में यूट्यूब गो ऐप लॉन्च कर दिया है। यह ऐप खासतौर से भारतीय दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसकी खासियत है कि कम कनेक्टिविटी में वीडियो देखे जा सकेंगे। साथ ही ऑफलाइन सेव किए गए वीडियो शेयर किए जा सकेंगे। इसे ऑफलाइन फीचर के ऊपर डवलप किया गया है। गूगल इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को वीडियो सर्विस से जोड़ना चाहता है। अभी तक इसे वैश्विक स्तर पर लॉन्च नहीं किया गया है। मंगलवार को दिल्ली में गूगल फॉर इंडिया नाम से आयोजित कार्यक्रम में इसका एलान किया गया। इसकी टैगलाइन ‘मजे उड़ाओ डेटा नहीं” रखी गई है। यह 10 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा।
यूट्यूब की वाइस प्रेसीडेंट(प्रॉडक्ट मैनेजमेंट) जोहाना राइट ने बताया, ”यूट्यूब गो एक नया ऐप है। इससे अगली पीढ़ी के यूजर वीडियो शेयर और देख सकेंगे।” यूट्यूब गो के आधिकारिक लॉन्च की तारीख अभी तय नहीं की गई है। गूगल के 18वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कंपनी ने गूगल स्टेशन नाम से पब्लिक वाई फार्इ प्लेटफॉर्म का एलान भी किया। कंपनी ने साथ ही बताया कि इस साल के अंत तक गूगल असिस्टेंट हिंदी में भी उपलब्ध होगा। इसकी सुविधा नई स्मार्ट मैसेजिंग एप एल्लो के जरिए मिलेगी। गूगल के वाइस प्रेसीडेंट(सर्च) जॉन जियानड्रिया ने कहा कि भारत मोबाइल पर सर्च के मामले में दुनिया में आगे है। बाकी देशों की तुलना में इसने डेस्कटॉप सर्च को पीछे छोड़ दिया।
18 साल का हुआ Google, जानिए गूगल से जुड़े कई रोचक तथ्य
उन्होंने कहा, ”गूगल अब 100 भाषाओं का अनुवाद करने में सक्षम है। इनमें से 12 इंडिक में हैं।” गूगल भारतीय मार्केट को गंभीरता से ले रहा है। उसने भारत को नजर में रखकर ही ऑफलाइन गूगल मैप्स जारी किए थे। ये टूल अब यूरोप और अमेरिका में भी काफी लोकप्रिय है। भारत में डाटा सेविंग अन्य बाजारों की तुलना में काफी ज्यादा है। गूगल क्रॉम के वीपी राहुल रॉय चौधरी ने बताया कि भारतीय यूजर प्रत्येक सप्ताह 337 टीबी डाटा बचाते हैं जो कि लगभग 7 करोड़ रुपये के बराबर है।