सफर के दौरान के चक्कर या उल्टी आने की समस्या है तो ये चश्मे आप ट्राई कर सकते हैं। इस चश्मे को फ्रेंच ऑटो कंपनी सिथोएन ने बनाया है। इन्हें को Seetroen glasses कहते हैं। सफेद प्लास्टिक के फ्रेम वाले ये चश्मे देखने में भले ही आकर्षक न लगें लेकिन कंपनी का दावा है कि ये चश्मे मोशन सिकनेस यानी ‘गति बीमारी’ को खत्म करने में मदद करते हैं। सफर में चक्कर, मतली और उल्टी आने को ही गति बीमारी कहते हैं। आखों और कानों के एहसासों में विरोधाभास के कारण यह समस्या होती है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कंपनी ने ‘बोर्डिंग रिंग’ नाम की तकनीक का इस्तेमाल किया है। इस चश्मे में चार छल्ले होते हैं, दो आंखों के सामने और दो कानों से सटे हुए। मजे की बात यह है कि इसमें लैंस नहीं होते हैं, फ्रेंम सफेग छल्लों में नीले रंग का एक खास किस्म का तरल भरा होता है जो आंखों के चारों ओर हिलते हुए एक आभाषी क्षितिज बनाता है।
कंपनी का दावा है कि 10-12 मिनट पहनने के बाद यह चश्मा आपको चक्कर और उल्टी जैसी समस्या से निजात दिला देता है। चूंकि इस खास चश्मे में लैंस नहीं होते हैं इसलिए इन्हें आप अपने नजर के चश्मे के ऊपर भी लगा सकते हैं या किसी के भी साथ साझा कर सकते हैं। सिथोएन के मुताबिक इन चश्मों को 10 वर्ष से ज्यादा आयु के बच्चे इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि इस उम्र में उनके आंतरिक कान का विकास पूरा हो चुका होता है।
Citroen की वेबसाइट lifestyle.citroen.com से इन्हें खरीदा जा सकता है। एक चश्मे की अनुमानित कीमत 100 डॉलर यानी करीब पौने सात हजार रुपये है। कंपनी का दावा है कि अब तक के प्रयोग में इनके कारगर होने की पुष्टि हुई है। कंपनी के मुताबिक व्यस्कों के ऊपर इनका प्रयोग करने पर परिणाम 95 फीसदी कारगर रहा।