Elon Musk ने कुछ वक्त पहले अपना लार्ज लैंग्वेज जेनरेटिव AI मॉडल- Grok लॉन्च किया था। Grok को लेकर दावा है कि यह लगभग सारे सवालों के जवाब दे सकता है। Grok को सोशल मीडिया साइट X के साथ इन्कॉर्पोरेट किया जाएगा। और खासबात है कि यह AI चैटबॉट मजाकिया अंदाज में सवालों के जवाब देता है। एलन मस्क के इस AI मॉडल को लेकर कंपनी का कहना है कि अगर आपको मजाक पसंद नहीं है तो इसका इस्तेमाल ना करें।
X प्लेटफॉर्म की मदद से यह एआई चैटबॉट रियल-टाइम जानकारी को एक्सेस करता है। कंपनी का कहना है कि Grok अधिकतर ‘कठिन सवालों’ के जवाब देने में सक्षम है जबकि अधिकतर दूसरे एआई मॉडल्स ऐसा नहीं कर पाते हैं। बता दें कि मस्क का यह जेनरेटिव एआई मॉडल करीब 5 महीने पुराना हो चुका है और यह अभी भी बीटा फेज में है। कंपनी का दावा है कि आने वाले दिनों में यह AI टूल और बेहतर रिजल्ट ऑफर करेगा।
33 बिलियन पैरामीटर्स के साथ ट्रेन हुआ है Grok AI
xAI के मुताबिक, ग्रोक को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह इंसानी व्यवहार को समझ सके और जानकारी इकट्ठा कर सके। यह एआई टूल, Grok-1 LLM द्वारा पावर्ड है जिसे करीब 5 महीनों से ज्यादा समय में डिवेलप किया गया है। prototype Grok-0 को 33 बिलियन पैरामीटर्स के साथ ट्रेन किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मेटा के LLaMA 2 जितना पावरफुल है जो 70 बिलियन पैरामीटर्स सपोर्ट करता है।
कितना क्षमतावान है Grok AI Model?
बेंचमार्क की बात करें तो ग्रोक-1 ह्यूमनएवल कोडिंग टास्क पर 63.2% और एमएमएलयू पर 73% हासिल करता है। हालांकि यह अभी भी GPT-4 की तरह सक्षम नहीं है। xAI का दावा है कि सीमित समय के भीतर, कंपनी ग्रोक-0 की तुलना में ग्रोक-1 के प्रदर्शन में सुधार करने में कामयाब रही है।
बेंचमार्क आंकड़ों के अनुसार, GSM8k (कोबे एट अल. 2021) पर, जो कि मध्यवर्गीय गणित शब्द समस्याओं के इर्द-गिर्द डिज़ाइन किया गया एक बेंचमार्क है, उस पर ग्रोक-1 ने 62.9 प्रतिशत हासिल किया, जो GPT-3.5 और LLaMa 2 से अधिक है लेकिन Palm 2, Claude 2 और GPT-4 से कम है।
यही बात एमएमएलयू (MMLU) जैसे अन्य बेंचमार्क के लिए भी लागू होती है, जो बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित एक बेंचमार्क है (हेंड्रिक्स एट अल. 2021) ह्यूमनएवल (चेन एट अल. 2021) एक पायथन कोड जेनरेशन टेस्ट और एमएटीएच (हेंड्रिक्स एट अल. 2021) ए मिडिल स्कूल और हाई स्कूल गणितीय परीक्षण हैं जो LaTeX में लिखे गए हैं।
इसी तरह एक्सएआई ने ग्रोक-1 को भी हैंड-ग्रेडेड किया है, जहां, इसने गणित में 2023 हंगेरियन नेशनल हाई स्कूल फाइनल को सी ग्रेड (59 प्रतिशत) के साथ पास किया, और क्लाउड 2 (55 प्रतिशत) को पीछे छोड़ दिया, जबकि जीपीटी -4 ने 68 प्रतिशत के साथ बी ग्रेड हासिल किया।
ये आंकड़े स्पष्ट रूप से ये दिखाते हैं कि ग्रोक-1 पहले से ही OpenAI के GPT-3.5 से अधिक सक्षम है। लेकिन नवीनतम मॉडल GPT-4 जितना सक्षम नहीं है। कंपनी का यह भी दावा है कि कम मात्रा में डेटा पर प्रशिक्षित होने के बावजूद ग्रोक-1 उन मॉडलों से आगे निकल सकता है जिन्हें बड़ी मात्रा में डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें उच्च कंप्यूटिंग क्षमताओं की भी आवश्यकता होती है।
ग्रोक-1 को कुबेरनेट्स, रस्ट और जेएक्स पर आधारित एक कस्टम ट्रेनिंग और अनुमानित स्टैक का इस्तेमाल करके प्रशिक्षित किया गया है। चूंकि ग्रोक के पास रियल-टाइम एक्सेस के साथ इंटरनेट और लेटेस्ट जानकारी का एक्सेस है, इसलिए पनी का दावा है कि यह “गलत या विरोधाभासी जानकारी उत्पन्न कर सकता है।”
भविष्य के मॉडल में इन समस्याओं को करने के लिए, xAI मानवीय प्रतिक्रियाओं, प्रासंगिक समझ,मटीमॉडल क्षमताओं की तलाश कर रहा है।
फिलहाल Grok का बीटा वर्जन अमेरिका में लिमिटेड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। आने वाले दिनों में यह चैटबॉट X Premium+ सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध होगा। बता दें कि X Premium+ की सब्सक्रिप्शन फीस 1300 रुपये प्रतिमाह है।