Docoss X1 और Freedom251 दोनों बेहद सस्‍ते स्‍मार्टफोन हैं। कम से कम ऑन पेपर्स तो यह दावा किया जी जा सकता है। इस वजह से दोनों ने लोगों का ध्‍यान खींचने में कामयाबी पाई है।

Docoss X1 की कीमत 888 रुपए है। इसमें 4-inch की डिस्‍प्‍ले है। एक जीबी का रैम और चार जीबी का स्‍टोरेज है। स्‍टोरेज को 32 जीबी तक एक्‍सपैंड किया जा सकता है। ओएस एंड्रॉइड 4.4 किटकैट है। मेन कैमरा दो मेगापिक्‍सल जबकि फ्रंट कैमरा 0.2 एमपी का है।

READ ALSO: 888 रुपए में स्‍मार्टफोन, Docoss x1 में 4 इंच की स्‍क्रीन, डुअल सिम 3जी

Freedom 251 को बनाने वाली कंपनी है Ringing Bells। कंपनी ने इस स्‍मार्टफोन का नाम 251 रुपए रखा है। इसमें चार इंच का WVGA रिजॉल्‍यूशन वाला डिस्‍पले है। इसमें 1.3 Ghz क्‍वाडकोर प्रोसेसर, एक जीबी रैम, आठ जीबी का स्‍टोरेज स्‍पेस और 3.2 मेगापिक्‍सल का बैक कैमरा है।

SEE ALSO: Pics: Freedom 251 दिखने में iPhone जैसा, बैक कवर पर बना है तिरंगा

दोनों में पहली समानता यह है कि ये बेहद सस्‍ते हैं। एक अन्‍य समानता यह भी है कि इनके लॉन्‍च होने से पहले इन्‍हें बनाने वाली कंपनियों के बारे में कोई नहीं जानता था।

जिन लोगों ने फ्रीडम 251 बुक करवाए हैं, उन्‍हें फिलहाल फोन की डिलिवरी मिलनी बाकी है। वहीं, Docoss X1 ने संदेह खत्‍म करने के लिए अपने सोशल मीडिया चैनल पर हैंड्स ऑन वीडियोज और तस्‍वीरें शेयर की हैं। हालांकि, इसका कोई खास मतलब नहीं है। हकीकत में, कुछ अपुष्‍ट रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रिंगिंग बेल्‍स जल्‍द ही फ्रीडम 251 की डिलिवरी शुरू कर सकती है। सारी दुनिया ने देखा कि रिव्‍यू करने के लिए फ्रीडम 251 के जो हैंडसेट मिले, वे दरअसल एडकॉम के हैंडसेट थे, जिन्‍हें रिब्रैंड किया गया था।

इन दोनों फोन्‍स को लेकर सबसे चिंता की बात इनकी कीमत है। Ringing Bells Freedom 251 की लॉन्‍च के वक्‍त, हमने रिपोर्ट दी थी कि मोबाइल इंडस्‍ट्री 251 रुपए के प्राइस टैग को कबूल नहीं करेगी। और इस बात की वाजिब वजहें भी हैं। रिंगिंग बेल्‍स के लॉन्‍च के वक्‍त इंडियन सेल्‍युलर असोसिएशन के अध्‍यक्ष पंकज मोहिंद्रू ने इंडियनएक्‍सप्रेस डॉट कॉम से कहा था, ”किसी भी हालत में यह कीमत मुमकिन नहीं है। तब भी अगर इसके पुर्जे भारत में बने हों।” उन्‍होंने कहा था कि इस तरह का प्रोडक्‍ट बनाने की लागत ही करीब 40 डॉलर है। अगर हम Docoss X1 के कंपोनेंट्स देखें तो यह बहुत कुछ फ्रीडम 251 जैसा ही है। इसको बनाने की लागत भी करीब 2600 रुपए बैठती है। ऐसी हालत में 888 रुपए की कीमत में बेचने का एलान कुछ गंभीर सवाल खड़े करती है।

हम पहले भी इस विषय में बात कर चुके हैं। फोन्‍स के मटीरियल के कास्‍ट के बाद मैनुफैक्‍चरिंग कॉस्‍ट का नंबर आता है। इसके बाद टैक्‍स, ड्यूटीज, मार्केटिंग कॉस्‍ट और प्रॉफिट आदि जोड़ने के बाद फोन का सेलिंग प्राइस तय होता है। अगर सेल्‍स ऑफलाइन हो तो डीलर को एक मार्जिन देना पड़ता है। इसी वजह से एक ही प्रोडक्‍ट की कीमत में कई बार ऊंचनीच देखने को मिलती है। इधर, भारत में यह ट्रेंड देखने को मिला है कि मार्केट कवर करने के लिए इस फिगर में राहत दी जाती है।

एनालिस्‍ट व ग्रेहाउंस नॉलेज ग्रुप के सीईओ और फाउंडर संचित वीर गोगिया ने फ्रीडम 251 के लॉन्‍च के वक्‍त बताया था कि किसी स्‍मार्टफोन की सबसे कम कीमत अभी तक 28 डॉलर या करीब 1700 रुपए देखने को मिली है। Docoss X1 और Freedom 251, दोनों की ही कीमत इससे बेहद कम है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस नामुमकिन लगने वाली कीमत में Ringing Bells और Docoss को क्‍या फायदा होने वाला है। इंडस्‍ट्री को सालों से देख रहे जानकारों का मानना है कि सस्‍ते स्‍मार्टफोन की पब्‍ल‍िसिटी जैसा कुछ भी नहीं। फ्रीडम 251 के मामले में भी हम देख चुके हैं कि लोगों ने अभूतपूर्व दिलचस्‍पी दिखाई है। ऐसे में कुछ पैसे का घाटा उठाकर और कुछ हजार फोन की डिलिवीर देकर एक ब्रैंड के तौर पर पहचान कायम की जा सकती है। कोई भी विज्ञापन कैंपेन इस स्‍तर की पहचान नहीं दिला सकता।