send messages without a SIM: अक्टूबर 2024 में आयोजित हुई इंडियन मोबाइल कांग्रेस (Indian Mobile Congress) में सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने कुछ बड़े ऐलान किए। बीएसएनएल ने IMC 2024 में अपना नया लोगो, स्लोगन लॉन्च करने के साथ ही सात नई सर्विसेज लाने का ऐलान भी किया। इनमें से एक सर्विस है- बिना सिम कार्ड के फोन कॉल करना।
‘Direct to Device’ नाम वाली इस सर्विस को लेकर बीएसएनएल का कहना है कि सीमलेस (निर्बाध) और भरोसेमंद कनेक्टिविटी डिलीवर करने के लिए यह सैटेलाइट और मोबाइल नेटवर्क को कनेक्ट करती है। Viasat के साथ पार्टनरशिप में डिवेलप की गई इस सर्विस को हाल ही में इंडिया मोबाइल कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों को दिखाया भी गया। नेटवर्क ऑपरेटर ने सैटेलाइट पावर्ड टू-वे मैसेजिंग सर्विस का डेमो दिया।
जमीन, हवा और समंदर में काम करेगी नई सर्विस
जमीन, हवा और समंदर में काम करेगी नई सर्विस
ट्रायल के दौरान BSNL ने करीब 36000 किलोमीटर दूर मौजूद Viasat के सैटेलाइट को मैसेज भेजने के लिए non-terrestrial network (NTN) के साथ एक कमर्शियल ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया। आईफोन (iPhones) और फ्लैगशिप ऐंड्रॉयड डिवाइसेज के सैटेलाइट मैसेजिंग फीचर की तरह ही D2D सर्विस भी इमरजेंसी या प्राकृतिक आपदा के समय काम आ सकती है। यह सर्विस जमीन, हवा और समंदर में काम करने में सक्षम है।
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आपको बता दें कि D2D सर्विस मौजूदा सेल्युलर नेटवर्क का इस्तेमाल कर, सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशन्स के साथ इन्टरैक्ट करती है जो आसमान में एक बड़े सेल टॉवर की तरह काम करते हैं। यह सर्विस खासतौर पर उन यूजर्स के लिए फायदेमंद हो सकती है जहां कनेक्टिविटी बेहद कम है और ग्रामीण इलाकों में भी इसका अहम योगदान हो सकता है।
बीएसएनएल के अलावा, एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea) जैसी बड़ी टेलिकॉम कंपनियों के भी सैटेलाइट कनेक्टिविटी सर्विसेज पर काम करने की खबरें हैं। हालांकि, इन सभी नेटवर्क प्रोवाइडर्स को एलन मस्क (Elon Musk) के स्टारलिंक (Starlink) से तगड़ी चुनौती मिल रही है। बता दें कि एलन मस्क ने पृथ्वी के वायुमंडल में हजारों सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं और दुनियाभर के कई हिस्सों में पहले ही स्टारलिंक वायरलेस इंटरनेट कनेक्टिविटी ऑफर कर रहा है।
पिछले महीने ही एलन मस्क ने सैटेलेाइट के जरिए संचार सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले स्पपेक्ट्रम आवंटन को लेकर भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी और सुनील भारती मित्तल को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि एयरवेव्स की नीलामी के दौरान उनकी मांग ‘जायज’ नहीं थी।