दुनिया की दिग्गज टेक और ई-कॉमर्स कंपनी Amazon पिछले कुछ महीनों से लगातार कर्मचारियों की छंटनी के चलते चर्चा में है। अमेज़न के एक पूर्व कर्मचारी ने हाल ही में नौकरी से निकाले जाने के बाद अपने इमोशनल सफर की कहानी शेयर की है। प्लेटफॉर्म Blind पर किए गए एक पोस्ट में उन्होंने बताया कि लगातार 17 सालों तक बिना रुके काम करने और जिम्मेदारियों के बोझ ने उनकी निजी जिंदगी पर कितना गहरा असर डाला।
परिवार और जिंदगी की अहमियत
अमेज़न से निकाले जाने के बाद अपनी कहानी को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, ‘मैंने 17 सालों तक नॉनस्टॉप काम किया। कभी ब्रेक नहीं लिया, ना ही कभी काम की रफ्तार कम हुई। जब मैं अपने बच्चों के साथ खेलने के लिए बहुत थका हुआ महसूस करता था या फिर डिनर करने के लिए बैठता था तो मैंने खुद को यह बताया कि मैं यह सब अपने परिवार के लिए कर रहा हूं।’
पूर्व कर्मचारी को मिले लेऑफ के ईमेल के बाद वह भावनाओं में डूब गए और उन्होंने लिखा, ‘इसके बाद लेऑफ का ईमेल आया। मैं जैसे टूट गया और बहुत रोया। करीब एक घंटे बाद, मैंने खुद को समेटा और मैंने नाश्ता बनाने में अपनी पत्नी की मदद की व बच्चों को पहली बार स्कूल ड्रॉप किया। उन्हें मुस्कुराते हुए देख मुझे भीतर तक झकझोर गया। शायद यही असल जिंदगी जीना कहलाता है?’
सपोर्ट और भविष्य पर चिंतन
सांत्वना और नया दृष्टिकोण तलाशते हुए, उन्होंने अपनी पत्नी से सहारा लिया। उन्होंने लिखा, “मैंने अपनी पत्नी को पास के एक कैफे में कॉफी पर चलने को कहा और सब कुछ बताया। वह हैरान तो हुईं लेकिन उन्होंने मेरा पूरा साथ दिया और कहा कि हम मिलकर इस मुश्किल से निकल जाएंगे। फिर मैं दोबारा रो पड़ा।”
भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बावजूद, उन्होंने महसूस किया कि अब उन्हें रूटीन के बजाय जीवन में इच्छाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने लिखा, “मुझे नहीं पता आगे क्या होगा। सब कह रहे हैं कि जॉब मार्केट में अनश्चितता है। लेकिन एक बात तय है कि मैं नहीं चाहता कि मेरी ज़िंदगी फिर वैसी हो जैसी पिछले 17 सालों में थी। अब मैं जो भी करूं, उसमें खुशी और संतोष पाना चाहता हूँ।”
अपने मेसैज के आखिर में उन्होंने उन लोगों के लिए हौसला बढ़ाने वाली बात कही जो इसी तरह की स्थिति से गुजर रहे हैं, “जिन्हें नौकरी से निकाला गया है वे मजबूत बने रहें। यह अंत नहीं है। खुद को कसूरवार ना ठहराएं।”
