माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब अमेज़न (AMZN.O) ने भी भारत में 35 बिलियन डॉलर का निवेश करने का ऐलान किया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, कंपनी के अधिकारी ने बताया कि अमेजन 2030 तक भारत में अपने कारोबार में 35 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 3.14 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज 2030 तक भारत में अपने ऑपरेशन का विस्तार करने और अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षमताओं को मजबूत करने में इस राशि का इस्तेमाल करेगी। यह कदम Amazon ने दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने के इरादे से उठाया है।
टेक कंपनी ने अपने ऐनुअल SMBhav समिट में यह ऐलान किया। कंपनी ने इस सम्मेलन में छोटे कारोबारियों और MSMEs को AI टूल्स देने का प्लान बताया। और कहा कि 2013 से अब तक अब तक भारत में कुल 40 बिलियन डॉलर (करीब 3.59 लाख रुपये) का निवेश किया जा चुका है। इसमें कर्मचारियों की सैलरी और इन्फ्रास्ट्रक्चर शामिल है।
गौर करने वाली बात है कि इस साल बड़ी अमेरिकी टेक कंपनियों ने भारत में अरबों डॉलर का निवेश किया है। जो यह दिखाता है कि देश क्लाउड, AI और डीप‑टेक डिवेलपमेंट के लिए एक रणनीतिक केंद्र के रूप में उभर रहा है।
अमेज़न के इमर्जिंग मार्केट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने इस सम्मेलन में कहा, ”कंपनी ने भारत से एक्सपोर्ट को लगभग 20 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 80 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। इसके अलावा कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 10 लाख अतिरिक्त डायरेक्ट, इनडायरेक्ट, प्रेरित और सीजनल जॉब्स क्रिएट करने का भी है।”
उन्होंने आगे बताया, ”हमने फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में स्केल पर निवेश किया है। जिससे लाखों नौकरियां पैदा हुईं और मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स को दुनियाभर में पहुंच मिली। हम AI को लाखों भारतीयों के लिए डेमोक्रेटाइज करेंगे।”
माइक्रोसॉफ्ट करेगी 17.5 अरब डॉलर का निवेश
इससे पहले मंगलवार ( 9 दिसंबर, 2025) को माइक्रोसॉफ्ट ने भी 2030 तक भारत में AI और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 17.5 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया था। एशिया में किया जाने वाला यह कंपनी का सबसे बड़ा निवेश है। इससे पहले गूगल ने भी ऐलान किया था कि AI डेटा सेंटर बनाने के लिए अगले पांच सालों में 15 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा।
अब तक 40 बिलियन डॉलर का निवेश
अमेज़न ने कहा कि यह निवेश एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। भारत में उसने खर्च बढ़ा दिया है ताकि Walmart सपोर्टेड Flipkart और अरबपति मुकेश अंबानी की Reliance Industries (RELI.NS) की रिटेल ब्रांच के साथ प्रतिस्पर्धा की जा सके।
अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज ने 2010 से अपने भारतीय कारोबार में 40 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। कंपनी ने 2023 में भी देश में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने के लिए 26 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी।
भारत में अमेज़न की एंट्री
आपको बता दें कि अमेज़न ने 2013 में भारत में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था। 2024 तक कंपनी ने तेज ग्रोथ हासिल की है। 2024 की Key-Stone strategy Report के मुताबिक, अमेजन ने 2.8 मिलियन यानी 28 लाख से ज्यादा डायरेक्ट, इंडायरेक्ट, इंड्यूस्ड और सीजनल जॉब्स को सपोर्ट किया है।
ई-कॉमर्स के जरिए अब तक भारत से 20 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.79 लाख करोड़ रुपये के एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया गया है। यह निवेश अमेजन की वैश्विक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें भारत को सबसे बड़ा बाज़ार माना जा रहा है। इससे पहले कंपनी ने लॉजिस्टिक्स और क्लाउड सर्विसेज में भारी निवेश किया था जो अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ और भी मजबूत होगा।
