भारती के चेयरमैन सुनील मित्तल ने बुधवार (26 अक्टूबर) को कहा कि कंपनी रिलायंस जियो को इंटरकनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं कराने के आरोप में उस पर लगाए गए जुर्माने के मामले में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) तथा दूरसंचार विभाग के समक्ष स्थिति स्पष्ट करेगी। उन्होंने स्पेक्ट्रम मूल्य में कमी लाने पर जोर देते हुए कहा कि इससे दूरसंचार ढांचा के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे जो कि आर्थिक वृद्धि के लिए जरूरी हैं। मित्तल ने यहां जीएसएमए के कार्यक्रम में कहा, ‘हम ट्राई और दूरसंचार विभाग को समय आने पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे।’ अधिक खुलासा न करते हुए उन्होंने कहा कि कंपनी जो करने की जरूरत होगी, करेगी। मित्तल ने कहा, ‘पॉइंट ऑफ इंटरकनेक्ट उदार तरीके से दिए गए, प्वॉइंट ऑफ इंटरकनेक्ट कोई मुद्दा नहीं है।’

मौजूदा ऑपरेटरों को झटका देते हुए ट्राई ने पिछले सप्ताह दूरसंचार विभाग से एयरटेल और वोडाफोन प्रत्येक पर 1,050 रुपए तथा आइडिया सेल्युलर पर 950 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने की सिफारिश की है। मित्तल ने कहा, ‘जब बाजार में कुछ मुफ्त में आता है, तो डाटा की वृद्धि कुछ समय के लिये नीचे आएगी। दिसंबर तक इंतजार करें। कुछेक तिमाहियों के बाद देखना होगा कि स्थिति क्या रहती है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी को रिलायंस जियो की 4जी सेवाओं की वजह से प्रतिस्पर्धी दबाव झेलना पड़ रहा है, मित्तल ने कहा कि उद्योग में प्रतिस्पर्धा का दबाव पिछले 20 बरस से बना हुआ है।