हॉट एअर बैलून से अटलांटिक महासागर को पार करना या दुनिया की सैर करना बच्चों का खेल नहीं है। लेकिन जो लोग दुस्साहसी हैं, उन्हें खतरे का सामना करने में बड़ा मजा आता है। 17 अगस्त, 1938 को तीन अमेरिकियों ने पहली बार हॉट एअर बैलून से अटलांटिक महासागर पार किया था। इनके नाम थे- बेन अबरूजो, लैरी न्यूमैन और मैक्स एंडरसन। इस दौरान उन्होंने तीन हजार मील का सफर पूरा किया। हालांकि, यह इनका दूसरा प्रयास था। इन्होंने कनाडा के न्यूफाउडलैंड से यह ऐतिहासिक यात्रा शुरू की थी जो पेरिस के निकट स्थित मिजरी में आकर खत्म हुई थी। रूस के फेडोर कोन्यूखोव वही शख्स हैं जिन्होंने हॉट एअर बैलून से सबसे कम समय में दुनिया की सैर करके पहले के सभी कीर्तिमानों को ध्वस्त कर दिया।

64 वर्षीय कोन्यूखोव 12 जुलाई 2016 को पश्चिम आस्ट्रेलिया के नाइथैम से रवाना हुए थे और तेईस जुलाई, 2016 को वहीं के बॉनी रॉक कस्बे के पास उतरे। ग्यारह दिनों की इस रोमांचक उड़ान के दौरान उन्होंने 34,820 किलोमीटर से ज्यादा हवाई सैर की।फेडोर के हवा में उड़ने वाले गुब्बारे में स्टील के 30 सिलेंडर लगाए गए थे । इनमें प्रोपेन गैस भरी गई थी। उन्होंने आस्टेÑलिया, न्यूजीलैंड, प्रशांत महासागर, दक्षिण अमेरिका, केप आॅफ गुड होप और दक्षिण महासागर मार्ग से जोखिम भरी यात्रा पूरी की । अभियान के अंतिम चरण में आस्टेÑलिया लौटते वक्त उन्हें तेज हवाओं के चलते चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एक समय तो माइनस 56 डिग्री तापमान का सामना भी करना पड़ा।

अभियान के दौरान फेडोर की बाकी टीम जमीन से ही रेडियो जीपीएस के जरिए उनके संपर्क में रही। इसके पहले, अमेरिका के स्टीव फोसेट ने 2002 में तेरह दिनों में दुनिया का चक्कर पूरा किया था। इस तरह फेडोर ने चौदह साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। गौरतलब है कि फेडोर ने अपने सफर की शुरुआत एवोन वैली से की। इसी जगह से अमेरिकन एवियेटर स्टीव फोसेट ने दुनिया के सफर की शुरुआत की थी। १