Haseena Parkar Movie Review: श्रद्धा कपूर की फिल्म हसीना पार्कर आज रिलीज हो गई है। पिछले कुछ समय से यह फइल्म चर्चा का विषय बनी हुई है। फिर चाहे वो श्रद्धा का दृढ़ अवतार हो या फिर अंडरवर्ल्ड की आपा की कहानी सभी की वजह से फिल्म सुर्खियों में छाई हुई है। फैंस ने फिल्म में अपनी काफी दिलचस्पी दिखाई है। अपूर्व लखिया के निर्देशन में बनी हसीना दाऊद इब्राहिम की बहन की कहानी को दिखाती है। कैसे एक अंडरवर्ल्ड डॉन की बहन खुशहाल जिंदगी को छोड़कर मुंबई की आपा बन जाती है। इसी यात्रा को फिल्म में दिखाया गया है।

फिल्म की कहानी शुरू होती है आपा के फोन कॉल से जो किसी लफड़े को सुलझाने में मदद कर रही है। इसमें दिखाया जाता है कि कैसे अपनी शादीशुदा जिंदगी जी रही हसीना की जिंदगी उस समय बदल जाती है जब उसके पति (अंकुर भाटिया) को गोली मार दी जाती है। इसके बाद उसे समझ नहीं आता है कि वो क्या करे। वहीं मुंबई में हुए ब्लास्ट के बाद रोजाना उसे पुलिस स्टेशन बुलाकर पूछताछ की जाती है। दाऊद (सिद्धांत कपूर) की बहन होने की वजह से उसकी जिंदगी में बहुत सारी परेशानियां आती हैं। पहले वो उन्हें सुलझाने की कोशिश करती है लेकि बाद में तंग आकर अपने भाई के बिजनेस को संभालना शुरू कर देती है।

ट्रेलर में एक लाइन है- मुंबई में भाई तो बहुत बने पर आपा केवल एक। इसके जवाब में हसीना कहती है- लोगों ने इज्जत बख्शी मैंने कबूल की। फिल्म में हसीना की यात्रा को दिखाया गया है। जिसमें कोई काम उससे पूछे बिना नहीं होता। इसी वजह से उसे मुंबई की क्वीन कहा जाता है। हसीना पर कई केस चलते हैं लेकिन वो केवल एक बार कोर्ट में पेश होती है। श्रद्धा को हम सभी ने अभी तक रिलीज हुई फिल्मों में खूबसूरत और प्यारी से लड़की के किरदार में देखा है। इस फिल्म के जरिए पहली बार उनका डार्क साइड देखने को मिलेगा।

अभी तक भारतीय दर्शकों ने मुंबई के डॉन दाऊद इब्राहिम, अरुण गवली की फिल्मों को देखा है। हसीना के जरिए पहली बार अंडरवर्ल्ड की महिला डॉन की कहानी दिखाई जा रही है। इस किरदार को निभाने के लिए श्रद्धा ने काफी मेहनत की है जो उनके किरदार में देखने को मिल रहा है। स्क्रीन पर नॉन ग्लैमर वाले कैरेक्टर को निभाना आसान नहीं होता।