हिंदू धर्म में सप्ताह के सातों दिनों का अलग-अलग महत्व है। ये सातों दिन अलग-अलग देवी-देवाताओं को समर्पित हैं। शास्त्रों के अनुसार, बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित किया गया है। कहते हैं कि बुधवार को गणेश जी की पूजा करने से वे बड़े ही प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की सारी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। इसके साथ ही बुधवार को गणेश-पूजन से कुंडली के बुध दोष के दूर होने की भी मान्यता है। बता दें कि कुंडली में बुध दोष होने पर व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में धन स्रोत समाप्त होने लगते हैं और आया हुआ धन अधिक समय तक नहीं टिकता है। आज हम आपको बताने वाले हैं कि किस विधि से बुधवार को गणेश जी की पूजा करने से बुध दोष दूर किया जा सकता है।
मालूम हो कि गणेश जी को मानव के जीवन में शुभ-लाभ का प्रदाता बताया गया है। गणेश जी की कृपा से व्यक्ति के जीवन में धनलाभ, स्वास्थ्यलाभ और अन्य कई तरह के लाभ मिलते हैं। यदि गणेश जी की पूजन विधि का बात करें तो बुधवार के दिन स्नान करने के बाद मंदिर जाना चाहिए। इसके बाद आप बड़ी ही श्रध्दाभाव के उन्हें दूर्वा की गांठ अर्पित करें। दूर्वा के गांठ की संख्या 11 या 21 हो सकती है। कहा जाता है कि इससे गणेश जी बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने से घर की नकारात्मकता भी दूर होती है। लेकिन इसके लिए कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि आपको घर में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए बुधवार को सफेद रंग की गणेश जी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। इससे गणेश बहुत प्रसन्न होते हैं और घर में सकारात्मकता आती है। इसके साथ ही व्यक्ति की कुंडली से बुध ग्रह दोष भी समाप्त हो जाता है।