Pukhraj Ratna/Yellow Sapphire: पीले रंग का दिखने वाला पुखराज रत्न बेहद ही प्रभावी माना जाता है। ये रत्न बृहस्पति की कृपा पाने के लिए पहना जाता है। बृहस्पति के बलवान होने पर जातक को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। ये रत्न ज्ञान व बुद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। ये एक कीमती रत्न है। इसे पहनने से जीवन में खुशहाली आती है। जानिए कौन इस रत्न को कर सकता है धारण, क्या हैं इसके लाभ और पहनने की विधि…
पुखराज के लाभ: पुखराज मन को शांति प्रदान करता है जिससे इंसान सही निर्णय ले पाता है। कहा जाता है कि पुखराज अगर घर या पैसे के स्थान पर रख दें तो इससे समृद्धि आती है। यह व्यक्ति को लक्ष्य को प्राप्त करने के योग्य बनाता है। अविवाहित जातकों को विवाह सुख, वैवाहिक जातकों को संतान सुख प्रदान करता है। इस रत्न को धारण करने से धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
पुखराज के नुकसान: जिन लोगों की कुंडली में गुरु कमजोर है उन्हें ये रत्न नहीं पहनना चाहिए। टूटा हुआ पुखराज पहनने से चोरी की संभावना रहती है। यदि पुखराज में चमक नहीं है तो इसका मतलब ये प्रभाव हीन हो गया है। अगर पुखराज पर सफेद धब्बे पड़ जाएं तो ये घातक साबित हो सकता है। पुखराज का अगर रंग बदल जाए तो ये पहनने वालों के लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है।
पुखराज कितने रत्ती का धारण करें? वैसे तो ज्योतिषीय सलाह से आपको इस बारे में पता करना चाहिए कि कितना रत्ती पुखराज आपको सूय करेगा। लेकिन इसका वजन 3.25 कैरेट से कम नहीं होना चाहिए। क्योंकि वजन के अनुसार ही इसका प्रभाव बढ़ता है।
पुखराज रत्न पहनने की विधि: पुखराज आप सोना या चांदी की धातु में पहन सकते हैं। इसकी अंगूठी को शुद्ध करने के लिए आप उसे गंगा जल या दूध में डुबोकर रखें। ऐसा करने से रत्न की सारी अशुद्धियां हट जाती हैं। अंगूठी साफ करने के बाद उसे पीले कपड़े पर रखें और उस कपड़े पर पहले रोली से बृहस्पति यंत्र बना लें। गुरुवार के दिन सुबह के वक्त उस अंगूठी दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली में पहनें। इस रत्न का प्रभाव 3 साल तक रहता है।
असली पुखराज की पहचान? रत्न को दिन की रोशनी में देखें और ये चेक करें कि रत्न में कहीं कोई दरार या अशुद्धि तो नहीं है। अगर रत्न बहुत ज्यादा चमकदार है तो वह नकली है। यदि रत्न छूने में सख्त है तो वह असली नहीं है। चेक करें कि आपका रत्न पारदर्शी है या नहीं। इसके लिए आप रत्न के ऊपर रोशनी डालकर देखें कि रोशनी आर-पार हो रही है या नहीं। यदि रत्न पर उंगलियों का निशान बन जाना है तो इस बात की गवाही है कि आपका रत्न असली नहीं है।