ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के शुभ और अशुभ प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन पर पड़ते हैं। माना जाता है जब किसी ग्रह का अशुभ प्रभाव लगातार पड़ रहा हो तो कुछ आसान उपाय उन नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा दिला सकते हैं। कई बार हमने घर के बड़े-बुजुर्गों से सुना है कि पशु-पक्षी जीवन की परेशानियों को खत्म करने में मदद करते हैं। गाय या कुत्ते को रोटी खिलाने से जीवन की मुश्किले खत्म होती हैं। ज्योतिष विद्या के अनुसार माना जाता है कि यदि कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा है तो उस ग्रह को प्रतिनिध करने वाले पशु या पक्षी की सेवा करने से कुप्रभाव को कम किया जा सकता है। इससे दुर्भाग्य भी दूर होता है।
सूर्य- ज्योतिष विद्या के अनुसार कहा जाता है कि जिन जातकों की कुंडली में सूर्य की दशा खराब हो उन्हें घोड़े को हर दिन चारा खिलाना चाहिए और इसी के साथ पक्षियों के लिए दाना डालना लाभकारी हो सकता है।
चंद्रमा- यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा नकारात्मक प्रभाव दे रहा हो तो उस व्यक्ति को पाली में रहने वाले जीवों जैसे मछली, कछुए के लिए आटे की गोलियां बनाकर तलाब में डालनी चाहिए।
मंगल- ये ग्रह क्रोध और अक्रामकता का प्रतीक माना जाता है। ये यदि अपना कुप्रभाव किसी जातक की कुंडली पर डाल दे तो उन लोगों को वाणी के कारण हानि का सामना करना पड़ सकता है। इस ग्रह से ग्रसित लोगों को भेड़ को चारा और बंदरों के लिए खाने की वस्तु रखनी चाहिए।
बुध- इस ग्रह के कुप्रभाव से ग्रसित लोगों को पक्षियों के लिए छत पर दाना-पानी रखना चाहिए और अपने घर में तोते का पालन करना चाहिए। इससे बुध ग्रह के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
गुरु- इस ग्रह के अशुभ प्रभाव के कारण वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इन परेशानियों से बचने के लिए गाय की सेवा करना लाभकारी माना जाता है।
शुक्र- इस ग्रह के प्रभाव से बचने के लिए भेड़, बकरी को हरा चारा और पक्षियों के लिए दाना-पानी रखना लाभदायक हो सकता है।
शनि- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि शनि जिस व्यक्ति पर अपनी क्रूर दृष्टि डाल दें वो व्यक्ति राजा से रंक बन जाता है। इनके प्रभावों को कम करने के लिए भैंस, काले कुत्ते और कौए को भोजन खिलाना लाभदायक हो सकता है।
राहु-केतु- इनके क्रूर प्रभावों से बचने के लिए कुत्ते को रोटी खिलाना लाभकारी माना जाता है। इसी के साथ चीटियों को शक्कर मिला कर आटा डालना लाभकारी हो सकता है।
