हिंदू धर्म में अनेकों ऐसी मान्यताएं हैं जिनके अनुसार धर्म, कर्म, मोक्ष को पा सकते हैं। त्रिदेव यानि भगवान विष्णु, भगवान शिव और ब्रह्मा जी के अलावा काम के देवता ‘कामदेव’ को पूजनीय माना जाता है। पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने के लिए, प्रेमी और प्रेमिका के रिश्ते में सुख बनाए रखने के लिए कामदेव की पूजा की जाती है। इनका स्वरुप युवा और बहुत ही आकर्षक माना जाता है। इनकी पत्नी का नाम रति है। कामदेव की शक्ति की कल्पना करना असंभव माना जाता है। कामदेव को भगवान कृष्ण और देवी श्री का पुत्र माना जाता है।
कामदेव के कवच को उनकी शक्ति माना जाता है, आज कामदेव नहीं उनकी पत्नी के महत्व के बारे में जानने का प्रयास किया जा रहा है। माना जाता है कि कामदेव की पत्नी रति का एक ऐसा मंत्र है जिसका जाप करने से पति-पत्नी के बीच की हर दूरी खत्म हो जाती है। इसी के साथ उनका वैवाहिक जीवन सुखद होता चला जाता है। देवी रति को प्रेम, जुनून और मिलाप की देवी माना गया है। माना जाता है कि इनकी पूजा की जाए तो पति-पत्नी के बीच मतभेद नहीं होता है और उत्तम शारीरिक संबंध बनते हैं। माना जाता है कि रति का जन्म राजा दक्ष के पसीने की बूंद के कारण हुआ था।
“ऊं कं कं ज्ञं ज्ञ: मम…वश्य कुरु कुरु स्वाहा” मंत्र के एक माला का जाप 21(108बार) दिनों तक लगातार करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से सभी परेशानियां दूर होने लगती हैं। अपने वैवाहिक जीवन को अधिक सुखदायी बनाने के लिए एक दिन में एक माला से अधिक जाप भी किया जा सकता है। पुराणों के अनुसार माना जाता है कि देवी रति तन से बहुत सुंदर हैं और शस्त्र लिए घोड़े पर सवार रहती हैं।
