आपने पूजा में अगरबत्ती, धूप या चंदन जैसी सुगंधित चीजें इस्तेमाल होते हुए देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है? यदि नहीं तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगरबत्ती, धूप या चंदन जैसी सुगंधित चीजों से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है। यह ऊर्जा भक्त को पूजा के दौरान भगवान में ध्यान लगाने में मदद करती है। कहते हैं कि सुगंध से निकलने वाली ऊर्जा ही व्यक्ति को ईश्वर से जोड़ने का मार्ग तैयार करती है। इस स्थिति में आत्मा का परमात्मा से मिलन होने की बात कही गई है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सुगंध का संबंध बुध ग्रह से है। कहते हैं कि सुगंध का प्रयोग करने से कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। इससे व्यक्ति को तमाम तरह के कष्टों से छुटकारा मिलता है। माना जाता है कि सुगंध का असर मनुष्य के मन पर पड़ता है। मन मुख्य रूप से शरीर के सात चक्रों से प्रभावित होता है। दुनिया में ऐसी तीन चीजें हैं जिनका मन पर सीधा असर पड़ता है। ये हैं- शब्द यानि मंत्र, रंग और सुगंध। ऐसा माना जाता है कि सुंगध के जरिए मानसिक परेशानियां दूर की जा सकती हैं।
ऐसा माना जाता है कि सुगंध के प्रयोग से मन शांत और दिमाग तेज होता है। इसके सही प्रयोग से एकाग्रता भी बढ़ाई जा सकती है। सुगंध का सोचने की क्षमता पर प्रभाव माना गया है। इसलिए सुगंध के जरिए मानसिक बीमारियां भी दूर की जा सकती हैं। सुगंध के बारे में कहा जाता है कि इसकी जरूरत हर धर्म और जाति के व्यक्ति को होती है। सुगंध हर किसी को प्रभावित करती है। ऐसे में पूजा-पाठ में सुगंध के इस्तेमाल की महत्ता को समझा जा सकता है।