हिंदू धर्म में कई सारी मान्यताएं फैली हुई हैं। इन्हीं में से एक यह है कि किसी काम की शुरुआत से पहले छींक आना अशुभ है। आपको भी इसे लेकर कभी न कभी टोका गया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मान्यता के पीछे क्या वजह है? और ऐसा क्यों कहा जाता है? यदि नहीं तो हम आपको बता रहे हैं। छींक को लेकर कहा जाता है कि यह बुरे समय का संकेत होती है। कहते हैं कि छींक यह जाहिर करती है कि यह समय किसी खास कार्य के लिए अनुकूल नहीं है। यदि आप किसी काम की शुरुआत कर रहे हों तो थोड़ी देर के लिए रुक जाएं। माना जाता है कि इसे नजरअंदाज करने से उस काम में असफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। कहते हैं कि खास मौकों पर आने वाली छींक के कुछ संकेत होते हैं। ऐसे में इन्हें नजरअंदाज करने से बचना चाहिए।
दरअसल हिंदू धर्म में कई घटनाक्रमों को पूर्व संकेत माना गया है। जैसे कि कुत्ते का रोना, बिल्ली का रास्ता काटना, दूध का गिरना इत्यादि संकेत के दायरे में आते हैं। इनमें से कुछ शुभ तो कुछ अशुभ संकेत माने गए हैं। इन चीजों में विश्वास करने वालों का मानना है कि इसे गंभीरता से लेना चाहिए। इसे नजरअंदाज करने से समस्याएं बढ़ सकती हैं। लेकिन यदि इनका ध्यान रखा जाए तो सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
कई बार किसी जरूरी काम से पहले भी छींक आ जाती है। ये ऐसे काम होते हैं जिन्हें उस समय रोकना संभव नहीं होता। ऐसी दशा के लिए कहा जाता है कि व्यक्ति को थोड़ा सावधान हो जाना चाहिए। यदि आप घर से यात्रा के लिए निकल रहे हों और छींक आ जाए तो विशेष सावधानी बरतें। कहते हैं कि इससे यात्रा में कुछ अमंगल होने की संभावना रहती है। इसलिए व्यक्ति को काफी संभलकर यात्रा करनी चाहिए।