ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी गई है। जिससे व्यक्ति के ऊपर पड़े ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को दूर किया जा सके। आपको बता दें कि प्रमुखतया 9 रत्न होते हैं। जिनका संबंध नवग्रह से होता है। साथ ही आपको बता दें कि रत्न कभी भी शौक में धारण नहीं करने चाहिए। क्योंकि अगर आप रत्न शौक- शौक में धारण करते हैं तो उस रत्न से संबंधित ग्रह का अशुभ प्रभाव आपको झेलना पड़ सकता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं सफेद पुखराज के बारे में, जिसका संबंध शुक्र ग्रह से माना जाता है। ज्योतिष अनुसार इस रत्न को पहनने से सुख-संपत्ति, ज्ञान में वृद्धि के साथ-साथ संतान प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं सफेद पुखराज धारण करने के लाभ और पहनने की विधि…
जानिए कैसा होता है सफेद पुखराज
सफेद पुखराज दूधिया कलर का होता है। वहीं सबसे अच्छा पुखराज सीलोनी होती है। जो श्रीलंका में पाया जाता है। सफेद पुखराज की हार्डनेस अच्छी होती है। वहीं सफेद पुखराज बाजार में मंहगा मिलता है।
इन राशि के लोग कर सकते हैं धारण
वैदिक ज्योतिष मुताबिक वृष और तुला राशि के जातक सफेद पुखराज पहन सकते हैं। वहीं जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह उच्च के विराजमान हैं। वो लोग भी पुखराज धारण कर सकते हैं। साथ ही मेष, वृश्चिक और कर्क राशि के जातक भी सफेद पुखराज को धारण कर सकते हैं। साथ ही अगर कुंडली में शुक्र ग्रह कम डिग्री मतलब कमजोर स्थित हों तो भी सफेद पुखराज पहन सकते हैं। सिंह राशि के लोगों को सफेद पुखराज नहीं पहनना चाहिए। वरना नुकसान हो सकता है।
इस विधि से करें धारण
रत्न शास्त्र अनुसार सफेद पुखराज बाजार से कम से कम सवा 6 से सवा 7 रत्नी का खरीदना चाहिए। वहीं इसे सोने में धारण कर सकते हैं। सफेद पुखराज को शुक्र के नक्षत्र या शुक्रवार की सुबह धारण कर सकते हैं। धारण करने से पहले इसे दूध, गंगा जल से शुद्ध कर लें। साथ ही शुक्र देव के बीज मंत्र का 108 बार जाप करके धारण कर लें। साथ ही इसके बाद शुक्र ग्रह से संबंधित दान निकालकर मंदिर में किसी पुजारी को चरण स्पर्श करके देकर आएं।