Moti Gemstone Benefits: वैदिक ज्योतिष में रत्नों का विशेष महत्व बताया गया है। क्योंकि रत्नों के अंदर केवल ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने की क्षमता ही नहीं होती है। बल्कि रत्न धारण करने से व्यक्ति को करियर और कारोबार में तरक्की मिलती है। यहां हम बात करने जा रहे हैं मोती रत्न के बारे में, जिसका संबंध चंद्र देव से माना जाता है। मान्यता है जो भी व्यक्ति मोती रत्न धारण करता है, उनके जीवन में सुख- समृद्धि बनी रहती है। आइए जानते हैं मोती पहने के क्या लाभ होते हैं और इसे धारण करने की सही विधि क्या है…

ऐसा होता है मोती

मोती रत्न समुद्र के अंंदर पाया जाता है। क्योंकि यह सीपियों से प्राप्त होता है। मोती रत्न गोल और सफेद रंग का होता है। सबसे अच्छा मोती साउथ सी का माना जाता है। यह अन्य मोतियों की मुकाबले थोड़ा मंहगा आता है।

ये लोग धारण कर सकते हैं मोती

अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में चंद्रमा ग्रह वीक विराजमान हो तो भी मोती पहना जा सकता है। साथ ही मेष ,कर्क ,वृश्चिक और मीन लग्न के लिए मोती धारण करना लाभकारी माना जाता है। वहीं आपको बता दें कि कुंडली में अगर चंद्रमा की महादशा चल रही हो तो भी मोती धारण कर सकते हैंं।। लेकिन अगर कुंडली में नीच का चंद्रमा स्थित हो या चंद्रमा शनि और राहु के साथ विराजमान हो तो मोती नहीं पहना चाहिए।

मोती धारण के लाभ

वैदिक ज्योतिष अनुसारमोती रत्न का संबंध मां लक्ष्मी और चंद्र ग्रह से माना जाता है। इसलिए मोती धारण करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। साथ ही इसके धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। वहीं मोती धारण करने से गुस्सा कंट्रोल में रहता है। वहीं मन स्थिर रहता है। साथ ही जिन लोगों को डिप्रेशन रहता है, वो लोग भी मोती पहन सकते हैं। साथ ही मोती पहनने से करियर और कारोबार में तरक्की के योग बनते हैं। 

जानिए मोती धारण करने की सही विधि

मोती रत्न को बाजार से कम से कम 7 से सवा 8 रत्ती का खरीदना चाहिए। वहीं मोती रत्न को चांदी के धातु में धारण करना शुभ रहता है। वहीं मोती को आप सोमवार के दिन पहन सकते हैं।