रत्न शास्त्र में 84 उपरत्नों और 9 रत्नों का वर्णन मिलता है। इन 9 रत्नों का किसी न किसी ग्रह से संबंध होता है। रत्न ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव दूर करके सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाते हैं। यहां हम आज बात करने जा रहे हैं सफेद पुखराज के बारे में, जिसका संबंध शुक्र ग्रह से होता है। शुक्र ग्रह को धन, ऐश्वर्य, विलासता और भौतिक वस्तओं का कारक माना जाता है। मान्यता है सफेद पुखराज धारण करने से धन आगमन के मार्ग खुलते हैं। साथ ही धन में वृद्धि होती है।

जानिए कैसा होता है व्हाइट पुखराज:

जैसे पुखराज पीले कलर का होता है। ऐसे ही सफेद पुखराज का कलर दूधिया होता है। ये सबसे अच्छी क्वालिटी का श्रीलंका देश का आता है, जिसको सीलोनी पुखराज कहते हैं। लेकिन ये बाजार में काफी महंगा मिलता है। साथ ही ये नकली भी बहुत उपलब्ध है बाजार में।

जानिए कौन धारण कर सकता है सफेद पुखराज :

शुक्र ग्रह वृष और तुला राशि के स्वामी हैं। ऐसे में वृष और तुला राशि के जातकों के लिए सफेद पुखराज धारण करना शुभ होता है। इसके अलावा मेष, वृश्चिक और कर्क राशि के जातक भी सफेद पुखराज को धारण कर सकते हैं। वहीं जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह सकारात्मक मतलब उच्च के विराजमान हैं वो लोग भी सफेद पुखराज धारण कर सकते हैं। बता दें की सफेद पुखराज, शुक्र ग्रह का रत्न है। ऐसे में सफेद पुखराज धारण करने से जातक की भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है।

सफेद पुखराज धारण करने की विधि:

रत्न विज्ञान अनुसार सफेद पुखराज सवा 6 से से सवा 7 रत्ती तक का सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिए। इसे शुक्लपक्ष के शुक्रवार को सूर्य के उदय होने के बाद धारण करना चाहिए। सफेद पुखराज धारण करने से पहले इसे दूध, गंगा जल, मिश्री और शहद मिश्रित पानी में डाल कर रख दें। उसके बाद धूप दिखाकर शुक्र देव के बीज मंत्र का 108 बार जाप करें और सफेद पुखराज की अंगूठी को मां लक्ष्मी के चरणों में रख दें। फिर इसके कुछ देर बाद इसे धारण कर लें। अंगूठी के बाद शुक्र ग्रह से संबंधित दान भी जरूर निकालें।