हस्तरेखा विज्ञान में हथेली की रेखाओं का अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन के आधार पर कई सारी बातों का पता लगाया गया है। आज हम आपको बताएंगें कि हथेली की किन रेखाओं से विवाह का योग बनता है। सर्वप्रथम बता दें कि महिलाओं को अपने बायें और पुरुषों को अपने दाहिने हाथ की हथेली की रेखाओं को देखना चाहिए। हथेली पर मुख्य रूप से तीन रेखाएं होती हैं। कलाई की ओर से शुरू करें तो ये क्रमश: हैं- जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा। विवाह के लिए हथेली पर योग मुख्य रूप से बुध पर्वत पर बनता है। और यह बुध पर्वत कनिष्ठा अंगुली के नीचे और हृदय रेखा के ऊपर वाली जगह पर स्थित होता है।
हथेली की रेखाओं को देखने पर आप पाएंगे कि हृदय रेखा के ऊपर और कनिष्ठा अंगुली के नीचे वाली जगह पर दो छोटी-छोटी रेखाएं स्थित होती हैं। बाल्यावस्था में इन रेखाओं की संख्या आमतौर पर एक होती है। लेकिन युवास्था में इनकी संख्या दो या तीन हो जाती है। हस्तरेखा के मुताबिक, इन दो छोटी-छोटी रेखाओं के आने से व्यक्ति अपने विपरीत लिंग वाले शख्स की ओर आकर्षित होने लगता है। ऐसी दशा में प्रेम-प्रसंग शुरू होते हैं। और यह रिश्ता शादी में भी तब्दील हो सकता है।
कुछ लोगों की हथेली पर बुध पर्वत के बगल में काफी हल्की-हल्की रेखाएं बनती हैं। इस दशा में व्यक्ति किसी रिलेशनशिप में पड़ता है। लेकिन यह रिश्ता शादी तक नहीं पहुंच पाता। कुछ लोगों में ये रेखाएं एकदम सीधी होती हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि इनका पार्टनर उनके प्रति काफी आकर्षित होता है। वहीं, कुछ लोगों में यह रेखा हृदय रेखा की ओर झुकी हुई होती है। इनके बारे में कहते हैं कि इनका अधिकतर प्रेम विवाह होता है। साथ यदि यह रेखा ऊपर की ओर उठी हो तो उनके लिए विवाह का योग ही नहीं बनता है।