शरीर में कुल पांच तत्व पाए जाने की बात कही गई है। ये हैं- पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। इसके अलावा तीन धातुओं के होने की बात भी कही गई है। ये हैं- कफ, वात और पित्त। ज्योतिष शास्त्र में ऐसा कहा गया है कि ये पांच तत्व और तीन धातुएं सभी नौ ग्रहों से नियंत्रित होते हैं। इन सभी नौ ग्रहों के अलग-अलग तत्व बताए गए हैं। कहते हैं कि इन तत्वों की शरीर में कमी हो जाती है तो हम बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। चलिए जानते हैं कि किस ग्रह के कमजोर होने से कौन सी बीमारी होने की बात कही गई है।
1. सूर्य: सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है। कहते हैं सूर्य के कारण हड्डियों और आंखों की दिक्कत होती है। इसके साथ ही पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियों के लिए भी सूर्य को जिम्मेदार माना गया है।
2. चंद्रमा: ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा व्यक्ति की सोच को नियंत्रित करता है। ऐसे में कुंडली में चंद्रमा की दशा खराब होने पर व्यक्ति मानसिक समस्याओं से घिर जाता है। कहते हैं कि इससे व्यक्ति को नींद नहीं आने की समस्या बन जाती है।
3. मंगल: मंगल को रक्त का स्वामी माना गया है। कहते हैं कि मंगल के खराब होने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसके साथ ही मंगल की वजह से ही ब्लडप्रेशर की समस्या होने की बात कही गई है।
4. बुध: बुध को युवराज ग्रह कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि बुध के कमजोर होने की वजह से व्यक्ति को इंफेक्शन से जुड़ी बीमारियां होती हैं। साथ ही त्वचा रोगों के लिए भी बुध को जिम्मेदार माना गया है।
5. बृहस्पति: यदि कुंडली में बृहस्पति की दशा खराब हो तो व्यक्ति के गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की मान्यता है। कहते हैं कि इससे व्यक्ति कैंसर या पेट की गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है।
6. शुक्र: शुक्र के द्वारा शरीर का रसायन नियंत्रित होने की बात कही गई है। माना जाता है कि शुक्र के खराब होने से मधुमेह और यौन रोग होता है।
7. शनि: ज्योतिष के अनुसार शनि की वजह से व्यक्ति को स्नायु तंत्र और दर्द से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इस स्थिति में व्यक्ति का चलना-फिरना बंद हो जाने की मान्यता है।
8. राहु: राहु से रहस्यमयी बीमारियां होने की बात कही गई है। कहते हैं कि राहु की बीमारियों का कारण अज्ञात रहता है।
9. केतु: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो केतु के खराब होने से व्यक्ति को त्वचा और रक्त से जुड़ी बीमारियां होती हैं। इन बीमारियों की जानकारी जल्दी नहीं मिल पाती है।