हिंदू धर्म में कई सारी मान्यताएं प्रचलित हैं। इन मान्यताओं के अलग-अलग स्रोत भी हैं। आपने सुना होगा कि किसी खास शुभ कार्य की शुरुआत फलां दिन नहीं करनी चाहिए। या फिर, फलां दिन ही करनी चाहिए। यह मान्यता ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी हुई है। ज्योतिष शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है कि कौन से कार्य को किस दिन शुरू करना चाहिए। कहते हैं कि यदि किसी कार्य की शुरुआत शुभ दिन के हिसाब से न की जाए तो उसमें असफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। जबकि, किसी कार्य की शुरुआत उसके शुभ दिन पर करने से उसमें निश्चित तौर पर सफलता मिलने की बात कही गई है।

ज्योतिष शास्त्र में सप्ताह के सातों दिनों को अलग-अलग कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ माना गया है। इसका ध्यान रखने से सकारात्मक रिजल्ट मिलने की मान्यता है। कहते हैं कि शुभ दिन के हिसाब से शुरुआत करने पर व्यक्ति का भाग्य पक्ष उसका साथ देता है। चलिए जानते हैं कि कौन से कार्य की शुरुआत किस दिन करनी चाहिए।

रविवार: औषधि, वाहन, पशु, नौकरी, अस्त्र-शस्त्र, धातु, वाद-विवाद इत्यादि।

सोमवार: कृषि कार्य, वस्त्र धारण, क्रय-विक्रय, यात्रा, आभूषण धारण इत्यादि।

मंगलवार: जासूसी, गवाही, युद्ध नीति, सेना, फैसला लेना इत्यादि।

बुधवार: ऋण देना, शिक्षा-दिक्षा, बही खाता, शिल्प कार्य, राजनीति, गृह प्रवेश इत्यादि।

गुरुवार: ज्ञान-विज्ञान, कला, यक्ष, धर्म कार्य इत्यादि।

शुक्रवार: पारंपरिक कार्य, गुप्त बात, प्रेम-व्यवहार, मित्रता, नाटक, संगीत इत्यादि।

शनिवार: गृह प्रवेश, नौकर रखना, नया व्यापार, बीज बोना, वाहन खरीदना इत्यादि।