फर्नीचर हम सबके घर का अहम हिस्सा है। यदि घर पर फर्नीचर ना हो तो घर कुछ अधूरा सा मालूम पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन सा फर्नीचर घर के लिए शुभ माना जाता है? जी हां, वास्तु शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। वास्तु शास्त्र की मानें तो लकड़ी से बनी चीजों को घर पर सही जगह पर रखना जरूरी होता है। ऐसा करने से घर में शांति बनी रहती है और परिवार में समृद्धि आने की मान्यता है। माना जाता है कि यदि घर पर लकड़ी से बनी चीजों को सही जगह पर रखा गया हो तो परिवार के लोगों की सेहत अच्छी रहती है। इससे घर के सदस्यों में सकारात्मकता बने रहने की भी मान्यता है।

कहा जाता है कि लकड़ी के फर्नीचर को घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। या फिर, फर्नीचर को पूर्व अथवा दक्षिण दिशा में भी रख सकते हैं। मालूम हो कि मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन फर्नीचर खरीदने के लिए मना किया गया है। इसके साथ ही फर्नीचर की लकड़ी किसी सकारात्मक वृक्ष की होनी चाहिए। शीशम, चंदन, सागवान, अर्जुन या नीम के पेड़ को इसके लिए शुभ माना गया है। मान्यता है कि इन पेड़ों की लकड़ियों से बनी फर्नीचर घर में सकारात्मकता लाती है।

कुछ लोग घर पर भारी फर्नीचर रखना पसंद करते हैं। वास्तु के हिसाब भारी फर्नीचर को सदा दक्षिण और पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस बात का पालन ना करने से घर के लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में सदैव लकड़ी से जुड़ा कार्य दक्षिण या पूर्व दिशा से आरंभ करना चाहिए। और इसे उत्तर या पूर्व दिशा में समाप्त करना चाहिए। मालूम हो कि फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी को सदा घर की उत्तर या पूर्व दिशा में रखने के लिए कहा गया है।