हमारे समाज के कई लोग नशे की लत से परेशान हैं। नशे की लत छुड़ाने के कई सारे उपाय बताए गए हैं। इनमें से कुछ कारगर साबित होते हैं तो कुछ नहीं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नशे की लत का घर के वास्तुदोष से गहरा कनेक्शन है। जी हां, वास्तु शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बात की गई है। आज आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। वास्तु के हिसाब से घर की उत्तर-पूर्व दिशा को बहुत ही पवित्र बताया गया है। कहते हैं कि घर की उत्तर-पूर्व दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में उत्तर-पूर्व दिशा को सदा साफ-स्वच्छ रखने की सलाह दी जाती है। कहते हैं कि घर का मंदिर भी उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। मान्यता है कि उत्तर-पूर्व दिशा में वास्तुदोष होने से परिवार में बहुत सारी समस्याएं आ जाती हैं।
ऐसा कहा जाता है कि घर की उत्तर दिशा से सकारात्मक ऊर्जा आती है। इसलिए इस दिशा में कबाड़ रखने के लिए मना किया जाता है। कहते हैं कि भूलकर भी घर की उत्तर दिशा में स्टोर रूम नहीं बनवाना चाहिए। मान्यता है कि जिस घर में उत्तर दिशा स्टोर रूम होता है, उस घर के लोगों का दिमाग काम करना ही बंद कर देता है। ऐसे लोग सही और गलत के बीच में अंतर तय नहीं कर पाते। ऐसे लोगों के नशा करने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
बता दें कि वास्तु शास्त्र में नशे की लत छुड़ाने और इससे बचने की उपाय भी बताए गए हैं। कहते हैं कि जिस व्यक्ति को नशे की लत हो उसके कमरे की दीवार का रंग भूरा, नीला या हरा नहीं होना चाहिए। ऐसा ना करने पर व्यक्ति के नशे की लत खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने की मान्यता है। वास्तु के अनुसार घर का उत्तर-पश्चिम कोण कटा हुआ नहीं होना चाहिए। कहते हैं कि जिन लोगों के घर की बनावट ऐसी होती है, वे लोग बुरी संगति में फंसकर नशे के आदि हो जाते हैं।