हस्तरेखा विज्ञान बड़ा ही दिलचस्प है। इसमें हाथ की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव और उसकी आर्थिक स्थिति जैसी कई चीजों का आकलन किया गया है। हस्तरेखा विज्ञान में आज हम हाथ की उन रेखाओं का अध्ययन करेंगे जिनसे व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख निर्धारित होता है। बता दें कि हस्तरेखा विज्ञान में हाथ की तर्जनी अंगूली के निचले पोर वाले हिस्से को बृहस्पति पर्वत और अनामिका के निचले पोर वाले हिस्से को शुक्र पर्वत कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों के हाथ के बृहस्पति और शुक्र पर्वत पर छोटी-छोटी रेखाएं पाई जाती हैं, उन्हें राजयोग की प्राप्त होती है। इसका तात्पर्य यह है कि व्यक्ति का जीवन काफी सुख में गुजरता है। और जिनके हाथ में रेखाएं नहीं होतीं, उन लोगों के बुरे वक्त का सामना करने की मान्यता है।

कुछ लोगों की हथेली पर धनुष, चक्र, माला, कमल या ध्वज का निशान पाया जाता है। इन लोगों के बारे में कहा जाता है कि इनके ऊपर लक्ष्मी जी की कृपा होती है। मान्यता है कि इन लोगों को धन की कमी नहीं होती और ये अपना जीवन अच्छे दिनों के साथ गुजारते हैं। इसके साथ ही हथेली पर घोड़ा, पेड़ या स्तंभ का बनना भी काफी शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इन्हें अपने जीवन में बुरे दिनों का सामना नहीं करना पड़ता और ये लोग राजयोग भोगते हैं।

आपने कुछ ऐसे लोगों को भी देखा होगा जिनकी हथेली पर त्रिशूल का आकार बना होता है। इनके बारे में कहा जाता है कि ये लोग अपने करियर में काफी तेजी से आगे बढ़ते हैं। इन लोगों का दिमाग तेज होने की मान्यता है। इन्हें अपने जीवन में सतर्क रहने के लिए भी कहा जाता है। जिनके हाथ की सूर्य रेखा मस्तक रेखा से मिलती है। और मस्तक गुरु पर्वत की और झुक रही होती है। कहते हैं कि ये लोग अपने जीवन में उच्च पदों को प्राप्त करते हैं।