लाल, हरी और काली मिर्च हम सबकी रसोई का अहम हिस्सा है। इन मिर्चियों के बिना बहुत से पकवान स्वादहीन हो जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल, हरी और काली मिर्च का हम सबकी कुंडली से गहरा कनेक्शन है। जी हां, ज्योतिष शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लाल मिर्च शनि प्रधान होती है। वहीं काली मिर्च को शनि और हरी मिर्च को बुध प्रधान बताया गया है। इस प्रकार से ये तीन प्रकार की मिर्चियां हम सबकी कुंडली को प्रभावित करती हैं। हम आपको लाल, हरी और काली मिर्च से जुड़े हुए कुछ उपायों के बारे में भी बताएंगे।
हमें कई बार ऐसा लगता है कि हमारे पास आया हुआ धन ठहर नहीं रहा। इसके साथ ही मालूम होता है कि हमारी आय के स्रोत सीमित हो रहे हैं। इससे बचने से लिए मिर्ची से जुड़ा एक उपाय बताया गया है। इसके मुताबिक शाम के समय घर के मुख्य दरवाजे पर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इसके बाद इस दीपक में काली मिर्च के पांच दाने डाल देने चाहिए। ध्यान रहे हैं कि यह दीपक दरवाजे के बीच में नहीं रखा जाना चाहिए। इससे घर में धन आने की मान्यता है।
कुंडली में शनि ग्रह की दशा मजबूत करने के लिए मिर्ची से जुड़ा एक उपाय अपनाया जाता है। कहते हैं कि काली मिर्च के दाने भांग के साथ पीस देने चाहिए। इसके बाद इस मिश्रण को शिव मंदिर में प्रसाद के रूप में अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि मकर और कुंभ राशि के जातकों को काली मिर्च का दान नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचना हो तो शनिवार के दिन काली मिर्च खरीदकर घर ना लाएं। इससे कुंडली में शनिदोष उत्पन्न होने की मान्यता है।