ज्योतिष शास्त्र में लव मैरिज का कुंडली में ग्रहों की दशा से गहरा कनेक्शन बताया गया है। क्या आपको इस कनेक्शन के बारे में पता है? यदि नहीं तो हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। ज्योतिष के मुताबिक जिन लड़कों की कुंडली में शुक्र ग्रह की दशा मजबूत होती है, उन्हें प्रेम काफी आसानी से हो जाता है। लेकिन शुक्र को बृहस्पति का साथ नहीं मिलने पर यह प्रेम शादी के अंजाम तक नहीं पहुंच पाता है। इसके साथ ही शुक्र के मंगल या मंगल दोष से प्रभावित होने पर भी प्रेम संबंध शादी के बंधन तक नहीं पहुंच पाता। कहा जाता है कि यदि किसी योग के चलते इनका प्रेम-विवाह हो भी गया तो वह लंबे समय तक टिक नहीं पाता है। इनकी शादी जल्द ही टूट जाती है।
मंगल का शुक्र को प्रभावित करना भी शादीशुदा जीवन के लिए सही नहीं माना गया है। कहते हैं कि ऐसी दशा में पति-पत्नी के बीच तनाव काफी बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अच्छे वैवाहिक जीवन के लिए शुक्र को बृहस्पति की साथ मिलना बहुत जरूरी है। यदि बृहस्पति शुक्र को सपोर्ट नहीं कर रहा है तो वैवाहिक जीवन में काफी परेशानियां आने लगती हैं। इसके साथ ही इससे प्रेम-विवाह होने की संभावना भी कमजोर पड़ जाती है।
इसके अलावा अंगूठे के निचले हिस्से पर बनने वाला जाल का निशान भी शुभ नहीं माना जाता है। कहते हैं कि ऐसे लोगों को प्यार नहीं होता और हो जाने पर शादी अधिक समय तक चल नहीं पाती। इन लोगों को अपने वैवाहिक जीवन को लेकर काफी सर्तक रहने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा तर्जनी अंगुली के निचले हिस्से का दबा होना भी अच्छा नहीं माना गया है। कहते हैं कि इन लोगों का वैवाहिक जीवन भी लंबे समय तक नहीं चल पाता।