सफलता और असफलता हमारे जीवन का हिस्सा है। लेकिन कई बार कड़ी मेहनत करने के बावजूद हमें सफलता नहीं मिलती है। और कई बार थोड़ी सी मेहनत करने पर ही हमें बड़ी सफलता मिल जाती है। क्या आप जानते हैं कि इसका आपकी कुंडली में ग्रहों की दशा से क्या कनेक्शन है? जी हां, ज्योतिष शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर किसी की कुंडली में एक मुख्य ग्रह होता है। इस मुख्य ग्रह को ही सफलता का कारक माना जाता है। कहते हैं कि जिस व्यक्ति की कुंडली में मुख्य ग्रह कमजोर होता है, उसे अपने जीवन में सफलता हासिल करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। वहीं, जिन लोगों का मुख्य ग्रह मजबूत होता है, उन्हें काफी आसानी से सफलता मिल जाने की मान्यता है।

मालूम हो कि सफलता पाने के लिए कुछ खास उपाय भी बताए गए हैं। एक ऐसे ही उपाय में अपने पैतृक स्थान पर जाकर पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। इसके लिए आप अपने पैतृक स्थान पर हैंडपैंप भी लगवा सकते हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन में असफलताओं का मुंह नहीं देखना पड़ता। एक अन्य उपाय में सूर्योदय के समय आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करने के लिए कहा गया है। यह पाठ करने के बाद सूर्य देव को जल देना चाहिए।

कहते हैं कि रविवार के दिन रस और गुड़ से बने सामान का दान करना चाहिए। कहते हैं कि यह उपाय लगातार 18 महीने तक करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से नौकरी लगने की संभावना काफी बढ़ जाती है। घर का मेन गेट ऐसा हो जहां से दाखिल होते वक्त मुंह दक्षिण या पश्चिम को ओर हो तो उस पर पीले रंग के नेम प्लेट वाला बड़ा सा कपड़ा टांग देना चाहिए। इस वास्तु उपाय से भी जीवन में सफलता मिलने की मान्यता है।