Astrology: ज्योतिष में किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए मुहूर्त का महत्व माना गया है। इसके अलावा उदय लग्न और चौघड़िया का भी चिक्र किया गया है। आइए जानते हैं कि किसी भी कार्य को करने के लिए मुहूर्त क्यों देखा जाता है। उदय लग्न और चौघड़िया क्या है और ज्योतिष में इनके क्या महत्व और फायदे बताए गए हैं।
क्या होता है मुहूर्त (What is Muhurat)
ज्योतिष में मुहूर्त के कई महत्व और फायदे बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी शुभ या नया कार्य शुरू करने के लिए एक निश्चित समय निर्धारित होता है, जिसे मुहूर्त कहते हैं। मान्यता है कि मुहूर्त के अनुसार किया गया कार्य फलदायी होता है। इसलिए लोग किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए मुहूर्त को देखते हैं।
ग्रह, नक्षत्रों की गणना के अनुसार मुहूर्त का निर्धारण किया जाता है। पंचांग के अनुसार वार, नक्षत्र और ग्रहों की स्थिति के अनुसार मुहूर्त निकाला जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में हर कार्य के लिए अलग मुहूर्त भी बताया गया है। अगर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त नहीं बन रहा है, तो योग के अनुसार कार्य किया जा सकता है।
क्या है उदय लग्न (What is Uday Lagna)
वैदिक ज्योतिष और पंचांग के अनुसार उदय लग्न की गणना सूर्योदय लेकर सूर्यास्त के दौरान किया जाता है। मांगलिक कार्य और गृह प्रवेश के लिए भी लग्न को देखा जाता है।
क्या है चौघड़िया (What is Choghadiya)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुभ और अशुभ समय पता लगाने की प्रक्रिया को चौघड़िया कहा जाता है। प्राचीन समय से इसकी प्रक्रिया से समय का पता लगाया जाता था। चौघड़िया को चौघड़िया मुहूर्त भी कहते हैं। किसी भी नए कार्य के लिए चौघड़िया को देखा जाता है। कहा जाता है कि अशुभ चौघड़िया में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। चौघड़िया 7 प्रकार के होते हैं, सभी का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता है।