Moonstone Benefits: ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का वर्णन मिलता है। वहीं नवग्रहों से संबंधित नव रत्न भी होते हैं। क्योंकि ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए मंत्रों का उच्चारण और रत्न धारण किए जाते हैं। ऐसे में हम यहां बात करने जा रहे हैं मून स्टोन के बारे में, जिसका संबंध चंद्र ग्रह से माना जाता है। मून स्टोन धारण करने से सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही कुंडली में मौजूद चंद्र दोष का अशुभ प्रभाव भी दूर होता है। मून स्टोन को चन्द्रकान्तमणि, चन्द्रमणि और गोदन्ता के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं मून स्टोन पहनने के नियम और लाभ…
इन राशि वालों के लिए मून स्टोन होता है शुभ
- वैदिक ज्योतिष मून स्टोन मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न के लोग पहन सकते हैं।
- वहीं सिंह, तुला और धनु लग्न वाले जातक किसी ज्योतिषी की सलाह लेकर विशेष दशाओं और ग्रहों की स्थितियों में मून स्टोन धारण कर सकते हैं।
- वहीं कुंडली में चंद्रमा उच्च मतलब शुभ स्थित हो तो भी मून स्टोन पहना जा सकता हैं।
- ज्योतिष अनुसार मून स्टोन के साथ हीरा, नीलम और गोमेद धारण नहीं करना चाहिए। अन्यथा नुकसान हो सकता है।
- जिनकी कुंडली में चंद्रमा भाग्य अथवा धन भाव का स्वामी हैं, वे मून स्टोन धारण कर सकते हैं।
- मून स्टोन धारण करने के लाभ
- मून स्टोन का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। इसलिए मून स्टोन धारण करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। साथ ही जो लोग डिसीजन लेने में फंसते हैं या जिनकी डिसीजन मेकिंग कमजोर होते हैं। वो लोग मून स्टोन धारण कर सकते हैं। वहीं जिन लोगों को डिप्रेशन रहता है तो वो लोग भी मून स्टोन धारण कर सकते हैं। साथ ही अगर जन्मकुंडली में चंद्रमा के संबंधित जैसे जल्दी- जल्दी सर्दी होना या गला खराब होना वो लोग भी मून स्टोन पहन सकते हैं।
इस विधि से धारण करें मून स्टोन
- मून स्टोन बाजार से कम से कम 8 से 10 रत्ती का खरीदना चाहिए। साथ ही मून स्टोन को सोमवार धारण करना चाहिए। साथ ही मून स्टोन को चांदी के धातु में धारण करना चाहिए। वहीं मून स्टोन अंगूठी के रूप में हाथ के सबसे छोटी मतलब कनिष्ठा अंगुली में धारण करना चाहिए। वहीं धारण करने से पहले अंगूठी को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करना चाहिए और फिर धाऱण करनी चाहिए।