कालसर्प दोष को बहुत ही बुरा माना गया है। कहते हैं कि कालसर्प दोष होने पर व्यक्ति अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों से घिर जाता है। यदि आपको मेहनत करने के बावजूद अपने कार्य में सफलता नहीं मिलती। या फिर, आपके काम को तारीफ नहीं की जाती तो आपके ऊपर कालसर्प दोष हो सकता है। इसके साथ ही सपनों का भी कालसर्प दोष से गहरा नाता बताया गया है। यदि आपको सपने में मरे हुए लोग दिखते हैं तो ये भी कालसर्प दोष का ही लक्षण है। इसके अलावा सपने में बारात का दिखना और किसी शख्स को पानी में डूबते हुए देखना भी कालसर्प दोष का लक्षण माना गया है। इसके अलावा बार-बार दुर्घटना का होना और चोट लगना भी कालसर्प दोष की ही लक्षण माना गया है।
माना जाता है कि जौ के दाने चीड़ियों को खिलाने से कालसर्प दोष दूर होता है। ऐसा लगातार सवा महीने करने के लिए कहा गया है। कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए शुभ मुहूर्त में घर के मुख्य दरवाजे पर अष्टधातु लगाने की भी सलाह दी जाती है। अष्टधातु के अलावा आप चांदी का स्वस्तिक भी लगा सकते हैं। इसके अलावा अमावस्या के दिन पितरों को दान करने के लिए कहा गया है। माना जाता है कि इस दान से कालसर्प दोष समाप्त होता है।
वास्तु शास्त्र में भी कालसर्प दोष से बचने के लिए कुछ उपाय सुझाए गए हैं। इसके तहत घर के बेडरूम में बेडशीट और पर्दे का रंग लाल होना चाहिए। मालूम हो कि इस दोष से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ भी शुभ माना गया है। आपको इसके लिए 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना होगा। इसके साथ ही आप मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ा सकते हैं। आप अपने घर पर कालसर्प दोष निवारण यंत्र भी स्थापित करके उसकी पूजा कर सकते हैं।