Astrology: ज्योतिष शास्त्र में कोई भी शुभ कार्य करने के लिए मुहूर्त का बहुत महत्व बताया गया है। इन मुहूर्त में कोई भी कार्य शुरू करने पर उसमें सफलता मिलने की मान्यता है। ऐसे ही दो मुहूर्त हैं अभिजीत और दो घटी मुहूर्त। आइए जानते हैं कि इनका ज्योतिष और धर्म में क्या महत्व है।

क्या है अभिजीत मुहूर्त (What is Abhijeet Muhurta)

अभिजीत मुहूर्त का मतलब होता है कि विजेता समय इस समय को ज्योतिष शास्त्र और सनातन धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस समय में किया गया कार्य जरूर सफल होता है। सभी मुहूर्तों में अभिजीत महुर्त को अत्यंत शुभ और फलदायी बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक दिन दोपहर से करीब 24 मिनट पहले प्रारम्भ होकर दोपहर के 24 मिनट बाद अभिजित मुहूर्त समाप्त हो जाता है।

अभिजीत मुहूर्त का महत्व (Abhijeet Muhurta Importance)

मान्यता के अनुसार अभिजीत मुहूर्त में किसी यात्रा पर जाना, कोई नया कोराबार शुरू करना, दुकान का उद्घाटन करना, गृह प्रवेश करना उत्तम माना जाता है। इस मुहूर्त में किए गए कार्यों के सफल होने की मान्यता है।

अभिजीत मुहूर्त में क्या नहीं करना चाहिए (Abhijeet Muhurta)

दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करना चाहिए। वहीं अगर यह मुहूर्त बुधवार के दिन पड़ रहा है, तो कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

क्या है दो घटी मुहूर्त (What is Do Ghati Muhurta)

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक यह शुभ समय होता है लेकिन इसकी समयावधि बहुत ही कम होती है। दो घटी मुहूर्त केवल 48 मिनट का होता है। यह मुहूर्त ग्रहों की स्थिति को भी निर्धारित करता है।

दो घटी मुहूर्त का महत्व (Ghati Muhurta Importance)

मान्यता के अनुसार किसी भी संपत्ति को खरीदनें और बचने में इस मुहूर्त का अधिक महत्व है। वहीं पैसे के लेन-देन में भी इस मुहूर्त को देख जाता है। नए वस्त्र खरीदनें, गृह प्रवेश करने और यात्रा आदि पर जानें के लिए भी इस मुहूर्त का महत्व है।