धार्मिक किताबें पढ़ने का शौक कई लोगों में होता है। आपको भी धार्मिक किताबें पढ़ना पसंद होगा। इसके साथ ही आप इन्हें पढ़ने के लाभ भी जानते होंगे। लेकिन क्या आपको मालूम है कि धार्मिक किताबों का दान करने से भी काफी फायदा होने की बात कही गई है? जी हां, कहते हैं कि ज्ञान दान सबसे बड़ा दान होता है। और यह ऐसा दान है जो देने पर बढ़ता ही जाता है। बता दें कि रविवार के दिन मंदिर में हरिवंश पुराण की किताब दान करना काफी शुभ जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। इससे व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों से निजात मिलता है।
मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा की किताब दान करना बड़ा ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से परिवार के लड़ाई-झगड़े खत्म हो जाते हैं और घर के सदस्य आपस में मिलजुलकर प्रेमपूर्वक रहते हैं। इससे पति-पत्नी के रिश्ते भी मजबूत रहने की मान्यता है। बता दें कि इसके अलावा घर में नीम का पेड़ लगाना भी काफी शुभ माना जाता है। इससे परिवार के सदस्यों की सेहत अच्छी रहने की मान्यता है।
विष्णु सहस्त्रनाम, भागवत महापुराण और ब्रम्हापुराण का दान करना भी काफी फायदेमंद बताया गया है। कहते हैं कि इन धार्मिक पुस्तकों को दान करने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। मान्यता है कि इससे विद्यार्थियों को भी काफी लाभ मिलता है। शनिवार को शनि चालीसा का दान करने के लिए भी कहा जाता है। माना जाता है कि इससे कुंडली में शनि ग्रह की दशा मजबूत होती है और उसका साढ़ेसाती नहीं लगता। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति के लिए सुंदरकांड की पुस्तक का दान करने के लिए कहा जाता है।