Weekly (Saptahik) Vrat Tyohar 21 Oct To 27 Oct 2024: नए हफ्ते की शुरुआत आज यानि 21 अक्टूबर से हो चुकी है। व्रत और त्योहारों के लिहाज से अक्टूबर माह का यह नया सप्ताह बहुत खास माना जा रहा है। क्योंकि सप्ताह की शुरुआत ही रोहिणी व्रत से हो रही है। बता दें कि यह व्रत जैन समुदाय के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके अलावा अहोई अष्टमी और कालाष्टमी व्रत भी इस सप्ताह मनाए जाएंगे। साथ ही इस सप्ताह बुध ग्रह तुला राशि में उदय भी होंगे। ऐसे में आइए जानते हैं इस हफ्ते मनाए जाने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार के बारे में।

जानें इस सप्ताह कौन-कौन से व्रत त्योहार पड़ रहे हैं

रोहिणी व्रत – 21 अक्टूबर, सोमवार (Rohini Vrat 2024)

रोहिणी व्रत जैन धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत खासकर जैन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं। इस व्रत का नाम ‘रोहिणी’ इसलिए रखा गया है क्योंकि इसे रोहिणी नक्षत्र के दिन किया जाता है। रोहिणी व्रत 27 नक्षत्रों में से एक है। इस दिन भगवान वासुपूज्य की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही, इस दिन दान और पुण्य करने का भी महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

अहोई अष्टमी व्रत – 24 अक्टूबर, गुरुवार (Ahoi Ashtami Vrat 2024)

हिंदू पंचांग के अनुसार, अहोई अष्टमी व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत खासतौर पर संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। महिलाएं इस दिन अहोई देवी की पूजा करती हैं और संतान सुख की कामना करती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान को दीर्घायु और सफलता प्राप्त होती है। ज्योतिष के अनुसार, इस साल अहोई अष्टमी के दिन विशेष योग बन रहे हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि और गुरु पुष्य योग का निर्माण हो रहा है, जो इस दिन को और भी खास बना रहा। इसके अलावा, इसी दिन राधा कुंड स्नान और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भी मनाया जाएगा।

कालाष्टमी व्रत – 24 अक्टूबर, गुरुवार (Kalashtami Vrat 2024)

हिंदू पंचांग के अनुसार, कालाष्टमी व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान काल भैरव का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। इस दिन भगवान भैरव को नींबू की माला अर्पित की जाती है और दान पुण्य भी किया जाता है। मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन व्रत रखने से रोग, दोष और अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है।

बुध ग्रह तुला राशि में होंगे उदय (Budh Uday In Tula)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 23 अक्टूबर 2024 को बुध ग्रह तुला राशि में उदय होने वाले हैं। जिसका असर सभी 12 राशि वाले जातकों पर देखने को मिल सकता है।