Vrat Niyam: सनातन धर्म में हर माह और सप्ताह कोई न कोई व्रत-त्योहार आता रहता है। ये व्रत और त्योहार न केवल न केवल धार्मिक कर्तव्य माने जाते हैं, बल्कि इन्हें श्रद्धा, आस्था और मनोकामना पूर्ति का साधन भी समझा जाता है। विशेष रूप से महिलाएं और कुंवारी लड़कियां इन व्रतों को पूरी निष्ठा के साथ करती हैं ताकि उन्हें मनचाहा वर और सुखद वैवाहिक जीवन प्राप्त हो सके। ऐसा माना जाता है कि व्रत रखने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लेकिन क्या हर व्रत कुंवारी लड़कियां रख सकती हैं? ऐसे में आइए जानते हैं कि किन-किन व्रतों को अविवाहित लड़कियां रख सकती हैं और इनके पीछे क्या मान्यताएं जुड़ी हैं।

नवरात्रि व्रत

साल में चार बार आने वाले नवरात्रि व्रत (चैत्र, शारदीय और दो गुप्त) में खासकर चैत्र और शारदीय नवरात्रि कुंवारी लड़कियों के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा और उपवास करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सोमवार व्रत

भगवान शिव को समर्पित सोमवार का व्रत कुंआरी लड़कियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से शिवजी जैसे गुणों वाला वर प्राप्त होता है। साथ ही, इससे मानसिक शांति और इच्छाओं की पूर्ति भी होती है। इसलिए सोमवार का व्रत कुंवारी लड़कियां रख सकती हैं।

गुरुवार व्रत

गुरुवार का व्रत भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है। कुंवारी लड़कियां यह व्रत रखकर अच्छे जीवनसाथी की कामना करती हैं। यह व्रत सौभाग्य और समृद्धि देने वाला माना जाता है। ऐसे में गुरुवार का व्रत भी कुंवारी लड़कियां रख सकती हैं।

शुक्रवार व्रत

शुक्रवार को देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत रखने से घर में सुख-शांति और धन-धान्य बना रहता है। कुंवारी लड़कियों को यह व्रत मनचाहे वर की प्राप्ति में सहायक माना गया है।

करवा चौथ

हालांकि करवा चौथ को विवाहित महिलाओं का व्रत माना जाता है, लेकिन अविवाहित लड़कियां भी यह व्रत रख सकती हैं। वे चांद की जगह तारे देखकर व्रत खोलती हैं। यह उपवास करने से योग्य वर की प्राप्ति होती है।

हरतालिका तीज

यह व्रत देवी पार्वती द्वारा भगवान शिव को पाने के लिए किया गया था। इसलिए इसे कुंवारी लड़कियां विशेष रूप से रखती हैं ताकि उन्हें भी शिव जैसे जीवनसाथी की प्राप्ति हो। यह व्रत कठिन जरूर होता है लेकिन बहुत फलदायी माना जाता है।

शिवरात्रि व्रत

महाशिवरात्रि का व्रत कुंवारी लड़कियों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपवास रखकर अगर सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना की जाए तो विवाह में आ रही अड़चने दूर होती हैं और उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।

जन्माष्टमी व्रत

भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर रखा जाने वाला व्रत भी कुंआरी लड़कियों के लिए शुभ होता है। इस दिन उपवास रखकर श्रीकृष्ण की भक्ति करने से जीवन में आनंद, प्रेम और सद्गुणों की वृद्धि होती है। कई लड़कियां इस दिन मनोकामना पूर्ति के लिए व्रत करती हैं।

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