Virgo Horoscope October To December 2025: साल 2025 के नौ महीने बीत चुके हैं और अब शेष तीन महीनों का राशिफल की बात करें, तो कन्या राशि के जातकों के लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। ये साल मंगल का है। ऐसे में इस राशि के जातकों के आरंभ में कई नकारात्मक परिस्थितियां आपके जीवन में बनी रहीं चाहे आर्थिक स्थिति हो, करियर और प्रोफेशन के मामले हों, रिश्ते, व्यापार या प्रॉपर्टी से जुड़े मसले हर क्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। लेकिन अब समय बदलने जा रहा है। पिछले नौ महीनों की कठिन परीक्षा के बाद अब सुखद परिणाम मिलने का समय आ गया है। आने वाले तीन महीनों में ग्रहों का गोचर आपको कई प्रकार के लाभ देने जा रहा है। यह विश्लेषण आपकी चंद्र राशि के आधार पर किया गया है।

कन्या राशि के स्वामी बुध हैं और इस समय बुध का गोचर धन भाव में मंगल के साथ है। सूर्य लग्न भाव में स्थित हैं, राहु छठे भाव में, शनि सप्तम भाव में, देवगुरु बृहस्पति दशम भाव में हैं और 18 अक्टूबर को वे एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। भाग्येश शुक्र 12वें भाव में केतु के साथ गोचर कर रहे हैं।

18 अक्टूबर को गुरु राशि परिवर्तन कर अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश कर गए हैं।। 11 नवंबर को वे वक्री होंगे और 4 दिसंबर को पुनः मिथुन राशि में लौट आएंगे। शनि देव, जो सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं, 3 अक्टूबर को गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में प्रवेश कर चुके हैं। 18 अक्टूबर से गुरु की दृष्टि शनि पर पड़ेगी, जिससे शनि पूरी तरह गुरु के प्रभाव में रहेंगे। परिणामस्वरूप, शनि के अशुभ प्रभावों में कमी आएगी और वे शुभ फल देने के लिए बाध्य होंगे।

4 अक्टूबर से 20 जनवरी 2026 तक शनि गुरु के नक्षत्र में रहेंगे। इसका अर्थ यह हुआ कि भाग्य (गुरु) और कर्म (शनि) दोनों का एक साथ प्रभाव रहेगा, जिससे आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे और जीवन में प्रगति का मार्ग खुलेगा। गुरु का प्रभाव चौथे, पांचवें, छठे, सातवें और ग्यारहवें भावों पर रहेगा। चौथे भाव के स्वामी गुरु हैं, जो 18 अक्टूबर को अपनी उच्च राशि में लाभ भाव में जाएंगे। इससे प्रॉपर्टी, घर, वाहन और मातृ सुख से जुड़ी रुकावटें समाप्त होंगी। यदि मकान या जमीन से जुड़ा कोई कार्य रुका हुआ है तो वह अब पूरा होगा। घर-परिवार में सामंजस्य बढ़ेगा और माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा।

पंचम भाव शिक्षा, संतान और निर्णयों से जुड़ा होता है। शनि पंचम भाव के स्वामी हैं और गुरु के नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। गुरु की दृष्टि भी पंचम भाव पर पड़ेगी, जिससे शिक्षा, करियर और संतान से संबंधित कार्यों में सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम मिलेंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के योग बनेंगे। छठा भाव शत्रु, रोग और ऋण से संबंधित है। इस भाव पर गुरु और शनि दोनों का प्रभाव रहेगा, जिससे शत्रुओं पर विजय, कर्ज से मुक्ति और स्वास्थ्य में सुधार होगा।

सप्तम भाव विवाह और साझेदारी का होता है। शनि सप्तम भाव में हैं और गुरु की दृष्टि पड़ने से विवाह के योग बनेंगे। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी और पुराने मतभेद समाप्त होंगे। व्यापार करने वाले जातकों को नए क्लाइंट्स मिलेंगे और व्यापार स्थिर होगा। 28 नवंबर को शनि वक्री से मार्गी होंगे, जिससे आपके रुके हुए कार्य गति पकड़ेंगे। गुरु चौथे और सप्तम भाव के स्वामी होकर लाभ भाव में बैठे हैं, इसलिए घर, परिवार और व्यवसाय से जुड़े लाभ की संभावना बढ़ेगी। गुरु 4 दिसंबर को पुनः दशम भाव में लौटेंगे और वहां मई 2026 तक रहेंगे। इससे करियर में बड़ी प्रगति और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

अब बात करते हैं शुक्र, बुध, मंगल और सूर्य की। शुक्र कन्या राशि के लिए सर्वाधिक योगकारक ग्रह हैं और ये भाग्येश भी हैं। 9 अक्टूबर तक शुक्र 12वें भाव में रहेंगे, जिससे विदेश से जुड़े कार्यों और विदेश यात्रा के योग बनेंगे। 9 अक्टूबर को शुक्र लग्न में आएंगे, जिससे आकर्षण, आत्मविश्वास और संबंधों में सुधार होगा। अविवाहित जातकों के विवाह के योग बनेंगे और दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। 2 नवंबर से 26 नवंबर तक शुक्र धन भाव में रहेंगे, जिससे भाग्य के सहयोग से धन प्राप्ति होगी, रुका हुआ पैसा मिलेगा और अचानक लाभ के योग बनेंगे।

26 नवंबर को शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे और 20 दिसंबर तक वहीं रहेंगे। इस दौरान कला, संगीत, अभिनय, लेखन और मीडिया से जुड़े लोगों के लिए समय अत्यंत शुभ रहेगा। सूर्य 17 अक्टूबर तक लग्न में रहेंगे, जिससे आत्मबल बढ़ेगा, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक होगा। 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे और भाग्य भाव पर दृष्टि डालेंगे, जिससे भाग्य का तेज़ प्रभाव देखने को मिलेगा। राहु छठे भाव में हैं, जो कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ स्थिति है। राहु शत्रुओं पर विजय और विदेश जाने के मार्ग प्रशस्त करेंगे।

कुल मिलाकर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2025 के महीने कन्या राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ रहेंगे। पिछले नौ महीनों की कठिनाइयों का अंत होगा, अधूरे कार्य पूरे होंगे, करियर में सफलता, धन लाभ, दांपत्य सुख और भाग्य का साथ मिलेगा। हालांकि प्रत्येक व्यक्ति की जन्म कुंडली अलग होती है, इसलिए व्यक्तिगत परिणाम ग्रहों की स्थिति के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।

नवबंर माह में ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करके वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में मीन राशि में विराजमान शनि के साथ संयोग करके नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे। इस राजयोग का निर्माण होने से 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। लेकिन इन तीन राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियोें के बारे में

मेष राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृषभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
मिथुन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकर्क राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
सिंह राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलकन्या राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
तुला राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलवृश्चिक राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
धनु राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमकर राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल
कुंभ राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफलमीन राशि जुलाई से दिसंबर 2025 राशिफल

डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।