Vidur Niti/ Vidur Niti About Heaven : विदुर नीति में जीवन से जुड़े लगभग हर पहलू पर बात की गई है। साथ ही इसमें मृत्यु के बाद लोक गमन पर भी चर्चा की गई है। विदुर नीति के एक श्लोक में विदुर जी कहते हैं जिन लोगों में यह 10 गुण होते हैं वह स्वर्ग जाते हैं। विदुर जी के वचन हैं –

गृहीतवाक्यो नयविद् वदान्यः
शेषान्नभोक्ता ह्यविहिंसकश्च।

नानर्थकृत्याकुलितः कृतज्ञः
सत्यो मृदुः स्वर्गमुपैति विद्वान्।।

बड़ों की आज्ञा मानने वाला – जो व्यक्ति बड़ों की आज्ञा मानता है वह व्यक्ति जीवन में कभी धोखा नहीं खाता है। साथ ही यह सम्मान का प्रतीक भी होता है। ऐसे व्यक्ति को सभी बड़ों से प्रेम मिलता है।

नीतिज्ञ – विदुर नीति में विदुर जी कहते हैं कि जो व्यक्ति जीवन भर आदर्शों और नीति की राह पर चलता है वह व्यक्ति मृत्यु के बाद स्वर्ग जाता है। ऐसा व्यक्ति परम ज्ञानी होता है।

दाता – जिन लोगों को दान करने से सुकून मिलता है ऐसे लोग बहुत पुण्य आत्मा होते हैं। इन लोगों से ईश्वर भी बहुत प्रेम करते हैं। इन्हें मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

यज्ञशेष अन्न का भोजन करने वाला – चौथा गुण बताते हुए विदुर जी कहते हैं कि जो व्यक्ति यज्ञ शेष अन्य का भोजन करता है वह परम पावन होता है। ऐसे व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

हिंसा रहित – जो व्यक्ति अपना पूरा जीवन हिंसा से रहित होकर व्यतीत करता है उस व्यक्ति को बहुत अच्छा माना जाता है। उसे मृत्यु के बाद स्वर्ग में जगह मिलती है।

अनर्थकारी कार्यों से दूर रहने वाला – ऐसे काम जो किसी का अहित कर सकते हो उन कामों से दूर रहने वाला व्यक्ति बहुत अच्छा होता है। ऐसा व्यक्ति किसी का बुरा कभी नहीं कर सकता है। इन्हें निश्चित तौर पर स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

कृतज्ञ – अपने पास जो भी है उसे ईश्वर की देन मानते हुए उसमें संतोष पाने वाला व्यक्ति सदा सुखी रहता है। ऐसा व्यक्ति हर कार्य के लिए भगवान के प्रति कृतज्ञता का भाव रखता है। उसे स्वर्ग मिलता है।

सच बोलने वाला – जिस व्यक्ति के सभी वचन सच हो और जो कभी झूठ की राह पर नहीं चले वह व्यक्ति बहुत ईमानदार होता है। ऐसे व्यक्ति को स्वर्ग में जगह मिलती है।

विनम्र स्वभाव वाला विद्वान – कई लोगों को विद्वान होने के बाद अहम भाव आ जाता है। जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो विद्वान होने के साथ-साथ विनम्र भी होते हैं। विदुर जी कहते हैं कि ऐसे विनम्र स्वभाव वाले व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।