Vidur Niti on Believing Someone/ Vidur Niti : प्राचीन काल के विद्वानों में विदुर जी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पांडवों की जीत का एक कारण विदुर जी भी थे। कहते हैं कि विदुर जी हर कठिन परिस्थिति से उबरने का रास्ता जानते थे। इसलिए ही वह कभी चिंतित नहीं रहा करते थे।

उन्होंने जीवन के विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हिम्मत नहीं हारी और सच्चाई का साथ देते हुए सफलता प्राप्त करते गए। इसलिए ही लोग आज भी उनके विचारों को मानते हैं। विदुर नीति में बताया गया है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। जो लोग इन पर विश्वास करते हैं वह धोखा खाते हैं।

स्त्रीधूर्तकेऽलसे भीरौ चण्डे पुरुषमानिनि।
चौथे कृतघ्ने विश्वासों न कार्यो न च नास्तिके।।

स्त्री – विदुर जी कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति को स्त्री पर विश्वास नहीं करना चाहिए। विदुर नीति के अनुसार जो लोग स्त्री पर विश्वास करते हैं उन्हें जीवन में कभी न कभी धोखा खाना पड़ता है।

धूर्त – धूर्त व्यक्ति को समझ नहीं होती है कि क्या सही है और क्या गलत है। इसलिए ऐसे व्यक्ति पर विश्वास नहीं करना चाहिए। धूर्त समय आने पर अपने विचारों को किसी और व्यक्ति के साथ जोड़कर आपका अहित कर सकता है।

आलसी – आलसी लोग प्रमाद में रहते हुए किसी भी कार्य को लग्न के साथ नहीं करते हैं। उन्हें हर काम को करने से पहले अपने आलस का ख्याल आ जाता है। आलसी व्यक्ति को अपना आलस सबसे ज्यादा प्रिय होता है।

डरपोक – डरपोक व्यक्ति को कोई भी उसकी कमजोरी को जानते हुए डरा सकता है। इसलिए डरपोक व्यक्ति को अपना विश्वासपात्र नहीं बनाना चाहिए। ऐसा व्यक्ति कभी भी विश्वासघात कर सकता है।

क्रोधी – क्रोधी व्यक्ति क्रोध के वश में रहकर कोई भी गलत कदम उठाने के लिए तैयार हो जाता है। इसलिए यह लोग अहितकारी साबित हो सकते हैं। भूलकर भी इन पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

पुरुषत्व के अभिमानी – जिन पुरुषों को अपने पुरुषत्व पर अभिमान होता है उन्हें बाकी सभी जीव स्वयं से निम्न प्रतीत होते हैं। ऐसे लोगों पर विश्वास करने से पहले विचार करना चाहिए।

चोर – जिस व्यक्ति की प्रवृत्ति चोरी करने की होती है वह किसी का सगा साबित नहीं हो सकता है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि चोर अगर आपका सगा संबंधी भी हो तो उस पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

कृतघ्न – वो लोग जो किसी भी व्यक्ति, परिस्थिति या ईश्वर तक के प्रति भी आभारी नहीं होते हैं ऐसे लोग किसी के सगे नहीं हो सकते हैं। माना जाता है कि कृतज्ञता सबसे अच्छा गुण होता है।

नास्तिक – नास्तिक व्यक्ति को न किसी इंसान का डर होता है और न ही किसी भगवान का डर होता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति का विश्वास नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर धोखा ही मिलता है।