भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र को एक शुभ ग्रह माना जाता है जिसका ज्योतिष में विशेष महत्व है। शुक्र को भौतिक सुखों के अलावा जीवन साथी, दाम्पत्य जीवन, वैभव, सुख, कला, साहित्य और संतान का कारक भी कहा जाता है।

वैदिक ज्योतिष में शुक्र के लिए भाग्यशाली रंग गुलाबी और नीला है। यह सौरमंडल के अन्य सभी ग्रहों में से सबसे चमकीला ग्रह है। इसके अतिरिक्त यदि शुक्र ग्रह के प्रभावों की बात करें तो कुंडली में इसकी मजबूत स्थिति वाहन, वैवाहिक, भोग, विलासिता आदि से संबंधित सभी प्रकार के सुख प्रदान करती है। वहीं दूसरी ओर कमजोर स्थिति कुंडली में शुक्र व्यक्ति को ऐसे सभी सुखों से वंचित कर सकता है।

शुक्र गोचर का समय

राशिफल को प्रभावित कर जातकों को उनके कर्मों के अनुसार फल देकर शुक्र 18 जून 2022, शनिवार सुबह 8:06 बजे अपनी राशि वृष राशि में गोचर करेगा। शुक्र अगले 21 दिनों तक इसी अवस्था में रहेगा और फिर 29 जून 2022, शनिवार को दोपहर 1:21 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र के वृष राशि में गोचर के कारण विभिन्न राशियों की कुंडली में बदलाव के साथ-साथ दुनिया में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। आइए इस पर एक नजर डालते हैं:

शुक्र के गोचर से इन राशियों को होगा लाभ

ज्योतिषियों के अनुसार, शुक्र के वृष राशि में गोचर से वृष, कर्क, कन्या और वृश्चिक को लाभ होगा क्योंकि उनकी कुंडली में प्रेम और रोमांस में वृद्धि होगी।

शुक्र के गोचर से इन राशियों की सेहत पर पड़ेगा असर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस गोचर के दौरान शुक्र मेष राशि से दूसरे भाव में विराजमान होंगे और इसके परिणामस्वरूप ये जातक हृदय, नेत्र और मानसिक रोगों के शिकार होंगे। ज्योतिषियों के मुताबिक सिंह राशि के जातक शुक्र के वृष राशि में गोचर के दौरान सावधान रहें। ऐसा इसलिए है क्योंकि गोचर सिंह राशि वालों के लिए विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का कारण बन सकता है। इस समय शुक्र वृश्चिक राशि से सप्तम भाव में होगा, इसलिए इस राशि के जातकों को पेशाब की समस्या और शरीर पर गांठ का सामना करना पड़ सकता है।

वृषभ राशि में हो रहा है “लक्ष्मी नारायण योग” का निर्माण

जब शुक्र वृष राशि में होगा तब शुक्र की बुध के साथ युति होगी। बुध-शुक्र की युति वृष राशि में “लक्ष्मी नारायण योग” बनाएगी। ज्योतिषियों के अनुसार लक्ष्मी नारायण योग सबसे शुभ योगों में से एक है जिसके कारण गरीब भी धनवान बन सकते हैं। ऐसे में वृष राशि में इस शुभ योग के बनने से इस राशि के जातक अधिक रोमांटिक और कलात्मक बनेंगे। सुख और सौभाग्य आएगा और इन जातकों को दाम्पत्य जीवन में सभी सौभाग्य प्राप्त होंगे। यदि आपके बच्चे हैं, तो वे अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। आपको बता दें कि 18 जून से 2 जुलाई तक वृष राशि में यह योग बनेगा, क्योंकि इसके बाद बुध वृष राशि से मिथुन राशि में चला जाएगा।