नवरात्रि वर्ष में चार बार आती है, इनमें चैत्र और आश्विन मास के नवरात्र का विशेष महत्त्व है। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 7 अक्टूबर से हो चुकी है, जो 14 अक्टूबर तक चलेंगे। नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। कुछ भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए पूरे नौ दिनों का उपवास रखते हैं। हालांकि वास्तु शास्त्र में कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका नवरात्रि के दौरान पालन करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा के लिए कलश स्थापना से लेकर भोग लगाने तक वास्तु का विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। मां भगवती के इन 9 दिनों में कुछ उपाय हैं, जिन्हें अपनाने से घर में सुख, शांति, समृद्धि आती है और धन लाभ के संयोग बनते हैं।

नवरात्रि में वास्तु उपाय:

तुलसी का पौधा: वास्तु शास्त्र में नवरात्रि के दौरान घर में तुलसी का पौधा लगाने की सलाह दी जाती है। सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को अत्यंत पवित्र माना गया है। कोई भी पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है। ऐसे में अगर आप नवरात्रि के शुभ दिनों में तुलसी का पौधा घर में लगाते हैं तो इससे माता लक्ष्मी की कृपा आपको प्राप्त होगी। साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

केले का पौधा: इसके अलावा अगर आप नवरात्रि में शुभ मुहूर्त के अनुसार केले का पौधा घर में लगाकर गुरुवार को विधिवत उसकी पूजा करें तो आपकी आर्थिक स्थिरता में वृद्धि होगी। साथ ही नवरात्रि में हरसिंगार का पौधा लगाने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

अखंड ज्योति: नवरात्रि में मां दुर्गा की 9 दिनों तक अखंड ज्योति जलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वास्तु के अनुसार ज्योत को आग्नेयकोण में जलाकर रखना चाहिए। ज्योति के लिए शुद्ध घी का इस्तेमाल करें, साथ ही सरसों का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

कन्याओं को लाल वस्त्रों की दें भेंट: नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजा की परंपरा हैं। इस दिन कन्याओं की सेवा और पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उन्हें लाल रंग के वस्त्र भेंट करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों में हनुमान जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए। साथ ही जितना हो सके जरूरतमंद और गरीबों को दान करें।